Tihar Jail: तिहाड़ में एक साथ 5 कैदियों ने किया आत्महत्या का प्रयास, जेल नंबर 3 का है मामला
अधिकारी ने हमें बताया कि कुछ कैदी जेल में सलाद वगैरा काटने के लिए प्लास्टिक की प्लेट को तोड़कर घिस लेते हैं। जो धारदार बन जाता है इसे जेल की भाषा में कट्टन कहते हैं...
New Delhi: एशिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेल तिहाड़ (Tihar Jail) में बंद पांच कैदियों ने सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया। समय रहते इस बात का पता जेल स्टाफ को लग गया, जिसके बाद सभी को बचा लिया गया। उनमें से एक कैदी को डीडीयू अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर कैदियों ने एकसाथ आत्महत्या की कोशिश क्यों की।
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने जनज्वार को बताया, पांचों कैदी तिहाड़ की जेल नंबर-3 के वॉर्ड नंबर-1 के हैं। इन्होने पहले खुद को घायल किया और फिर आत्महत्या करने की कोशिश की। सभी कैदियों की काउंसलिंग की जा रही, ताकि भविष्य में वह इस तरह के कदम न उठाएं। कैदियों के जेल में रहते हुए इतिहास के बारे में भी पता लगाया जाएगा कि क्या उनमें से किसी ने पहले भी इस तरह की कोई कोशिश की है।
क्या था धारदार हथियार
अधिकारी ने हमें बताया कि कुछ कैदी जेल में सलाद वगैरा काटने के लिए प्लास्टिक की प्लेट को तोड़कर घिस लेते हैं। जो धारदार बन जाता है इसे जेल की भाषा में कट्टन कहते हैं। इसकी मदद से कैदी या बंदी सलाद या फल वगैरा काटकर खाते हैं। इसी कट्टन से कैदियों ने खुद को पहले खरोचनें का प्रयास किया जिसमें यह असफल हुए तो फिर फंदानुमा चीज से लटककर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसे समय रहते असफल कर दिया गया।
जेल स्टाफ ने बचाई जान
सूत्रों के मुताबिक घटना तिहाड़ की जेल नंबर-3 की है। जहां मंगलवार को पांच कैदियों ने जान देने की कोशिश की। उन्होंने खुद को किसी तेज धार वाली चीज से घायल किया। इसके बाद सभी ने अपने वॉर्ड के अंदर लटककर आत्महत्या करने की कोशिश की। इसकी जानकारी वहां तैनात जेल स्टाफ को लगी, जेल स्टाफ ने तुरंत शोर मचाते हुए कैदियों के वॉर्ड को खोला और सभी की जान बचाई।
जेल में इलाज के बाद अस्पताल रेफर
घटना की जानकारी जेल के तमाम आला अफसरों को दी गई। सभी घायल कैदियों को पहले जेल के अंदर बने हॉस्पिटल ले जाया गया। एक कैदी को गंभीर हालत में डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि एकसाथ पांच कैदियों के आत्महत्या की कोशिश करने की घटना जेल में पहली बार हुई है। अकेले कैदी कई बार स्यूसाइड कर चुके हैं। नए सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद कई कैदियों को बचाया भी गया है।
क्या बोले डीजी?
इस मामले में तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने बताया कि कैदियों के घायल होने की उन्हें जानकारी है। मगर, उन्होंने सामूहिक रूप से स्यूसाइड की कोशिश की है इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। इसके पीछे के कारणों की पड़ताल कराई जा रही है।