गुरुग्राम में गौरक्षकों की गुंडागर्दी, बकरीद के पहले मीट ले जा रहे कारोबारी को बेरहमी से पीटा
मीट के कारोबारी का आठ किलोमीटर तक पीछा कर कथित गौसेवकों ने उसे बेरहमी से पीटा। कारोबारी का कहना है कि वह भैंसे की मीट का व्यापार करता है, पुलिस मीट के सैंपल की जांच करा रही है...
जनज्वार। भले सड़क का प्लास्टिक व कचरा खाकर गायें मर जाएं लेकिन गौ रक्षा के नाम पर उपद्रवियों द्वारा लोगों का उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम का है. शुक्रवार की सुबह नौ बजे एक मीट कारोबारी को कथित गौ रक्षकों ने न सिर्फ उसकी गाड़ी रोक उसे हथौड़े से बेहरमी से पीटा, बल्कि उसकी गाड़ी सहित उसे अगवा कर लिया और दूसरी जगह ले जाकर उसकी पिटाई करने लगे। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित को बचाया व अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
भैंसे के मीट का सालों से कारोबार करने वाले लुकमान का कथित गौरक्षकों ने बादशाहपुर कस्बे से करीब आठ किलोमीटर पीछा किया। वह मीट लेकर पिकअप वैन से जा रहा था। पीछा करते हुए उसे गुरुग्राम के जुम्मा मसजिद के पास पकड़ लिया और उसके बाद उसे मसजिद के पास ही बेरहमी से पीटने लगे। उसे गाड़ी से खीचंकर उन लोगों ने हथौड़े से मारना शुरू कर दिया।
लुकमान के अधमरा होने के बाद कथित गौ रक्षक उसे उसकी गाड़ी में डालकर अगवा कर वापस बादशाहपुर ले गए और वहां पीटना शुरू किया। इसके बाद मौके पर बादशाहपुर पुलिस पहुंची, पुलिस ने उनके कब्जे से लुकमान को छुड़ाया। इस दौरान कथित गौरक्षक पुलिस से उलझ गए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद सोहना के विधायक संजय सिंह भी मौके पर पहुंचे। घायल को सब लोग यूं ही देखते रहे, किसी ने उसे अस्पताल ले जाने की जहमत नहीं उठायी। आखिरकार पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
पीड़ित के अनुसार, वह सालों से मीट का कारोबार करता है। उसने कहा कि गाड़ी में भैंसे का मीट था। पुलिस ने मीट का सैंपल जांच के लिए भेजा है ताकि मीट कारोबारी के दावे का सच पता चल सके। बताया जाता है कि बकरीद त्यौहार के पहले वह मीट को बिक्री के लिए ले जा रहा था, तभी उस पर हमला किया गया।