'योगीराज की अंधेरगर्दी': किसान को नलकूप मिला नहीं लेकिन बिजली का बिल आया साढ़े 26 हजार

शिकायतकर्ता मनोहर सिंह के आवेदन का नम्बर 60 होने के बावजूद भी 62 नलकूपों में उसका नाम नम्बर नहीं आया जबकि उसने समय से शुल्क भी जमा कर दिया था ......

Update: 2020-08-28 10:21 GMT

बुलंदशहर।  उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के नवादा निवासी किसान मनोहर सिंह पुत्र बन्ने सिंह ने 8 सितंबर 2018 को सामान्य योजना के तहत नलकूप लगवाने के आवेदन किया था। जिसके आवेदन की रसीद संख्या 50/026215 थी। इस योजना के तहत मनोहर ने नलकूप के लिए रसीद नम्बर 03/024028 पर 9 हजार 800 रुपये का शुल्क भी जमा किया था।

दरअसल निजी नलकूप सामान्य योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में अधीक्षण अभियंता विधुत वितरण द्वितीय बुलंदशहर के कार्यालय में 20 जनवरी 2020 को पत्र संख्या 448 के माध्यम से इस खंड में 62 नलकूप लगवाने के लक्ष्य दिया गया था। जिसके बाद 30 जून 2018 तक प्रक्रिया शुल्क जमा करने वाले आवेदकों को नलकूप वितरित कर दिया गया। जिसमें मनोहर सिंह को नलकूप नहीं मिल पाया।

शिकायतकर्ता मनोहर सिंह के आवेदन का नम्बर 60 होने के बावजूद भी 62 नलकूपों में उसका नाम नम्बर नहीं आया जबकि उसने समय से शुल्क भी जमा कर दिया था लेकिन स्थिति तब विचित्र बन गई जब बिजली विभाग से 19 अगस्त 2020 को मनोहर सिंह के पास उनके नलकूप का क्रम नम्बर 60 होने की सूचना मिली और उसके दूसरे ही दिन यानी 20 अगस्त को उनके पास बिना कनेक्शन 26 हजार 385 रुपये का बिल भेज दिया गया।

मामले में वरिष्ठ आईपीएस अमिताभ ठाकुर अपने ट्वीट में लिखते हैं कि 'अजीबोगरीब स्थिति ! मनोहर सिंह s/o बन्ने सिंह, ग्राम नवादा PO बिरंडी ताजपुर ने 08/09/18 को निजी नलकूप कनेक्शन हेतु आवेदन किया, अब तक उन्हें आवंटन नही हुआ है. बिजली विभाग ने IGRS में अभी हाल में 19/08/20 को उनका आवेदन 60 नंबर पर बताया पर अगले दिन 20/08 को बिना कनेक्शन उन्हें रु 26385 का बिल भेज दिया.निश्चित रूप से अत्यंत आपतिजनक है. कृ कठोर कार्यवाही कर न्याय दें।'

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