दिवाली धमाका: UP में पेट्रोल-डीजल 12 रुपए सस्ता, केंद्र के बाद योगी ने दिया राज्यवासियों को तोहफा

दिवाली धमाका: केंद्र और राज्य सरकार के पहल से यूपी में डीजल 12 रुपये और पेट्रोल भी 12 रुपये सस्ता हो गया है। सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि यह फैसला राज्यवासियों के लिए गुरुवार, 4 अक्टूबर से ही लागू होगा...

Update: 2021-11-04 02:47 GMT

(पेट्रोल डीजल का दाम स्थिर)

दिवाली धमाका, यूपी: केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल की महंगाई से बड़ी राहत देने के लिए दिवाली से ठीक एक दिन पहले बड़ा ऐलान किया। देशभर के राज्यों में आसमान छूते ईंधन के दामों पर मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बुधवार, 3 नवंबर को पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel)पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: 5 रुपये और 10 रुपये की कटौती की। केंद्र सरकार के इस घोषणा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) ने उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें राज्य सरकार ने भी प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर वैट शुल्क कम करने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में इसी के साथ पेट्रोल 7 रुपये और डीजल दो रुपये अतिरिक्त सस्ता हो गया है। केंद्र और राज्य सरकार के पहल से यूपी में डीजल 12 रुपये और पेट्रोल भी 12 रुपये सस्ता हो गया है। सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि यह फैसला राज्यवासियों के लिए गुरुवार, 4 अक्टूबर से ही लागू होगा। एक्साइड ड्यटी और वैट(VAT) कम होने के कारण गुरुवार से यूपी में पेट्रोल लगभग 94.94 रुपए प्रति लीटर जबकि डीजल लगभग 86.89 रुपए प्रति लीटर मिलेगा।

केंद्र सरकार द्वारा पहल के बाद कई अन्य राज्य की सरकारों ने भी वैट शुल्क कम करने की घोषणा की है। जानकारों के अनुसार, केंद्र और राज्य सरकार की इस घोषणा से ईंधन की आसमान छूती कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी और महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को भी कुछ राहत मिलेगी। बता दें कि उत्पाद शुल्क में कमी 4 नवंबर से देशभर में प्रभावी होगी। इसके साथ पेट्रोल की कीमत दिल्ली में मौजूदा 110.04 रुपये प्रति लीटर से घटकर 105.04 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल की कीमत 98.42 रुपये प्रति लीटर से घटकर 88.42 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी।

बुधवार को उत्पाद शुल्क में कटौती का ऐलान करते हुए वित्त मंत्रालय ने कहा, "भारत सरकार ने गुरुवार से पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में क्रमश: 5 रुपये और 10 रुपये की कमी करने का एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी। हाल के महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में वैश्विक स्तर पर उछाल देखा गया है।"

दाम घटने से राजस्व पर असर पड़ेगा

बता दें कि पेट्रोल डीजल से वसूले गए टैक्स का एक बड़ा हिस्सा राज्य सरकार के खजाने में जाता है। यही कारण है कि राज्य सरकारें लगातार इसे जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर आपत्ति जता रही थी। लेकिन, यूपी सरकार ने दिवाली से पहले लोगों को राहत देते हुए वैट कम करते हुए पेट्रोल और डीजल के दामों में राहत दी है। मगर, अप्रैल से अक्तूबर के खपत के आंकड़ों के आधार पर उत्पाद शुल्क में कटौती से उत्तर प्रदेश सरकार को प्रति माह 8,700 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। उद्योग सूत्रों के अनुसार, इससे सालाना आधार पर करीब एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का असर पड़ेगा। वहीं, चालू वित्त वर्ष की बाकी अवधि के लिए प्रभाव 43,500 करोड़ रुपये का होगा।

विधानसभा चुनाव में मिलेगा फायदा

अगल साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। केंद्र के साथ राज्य में भी भाजपा की सपकार है। ऐसे में तमाम विपक्षी पार्टी सीएम योगी की सरकार को मंहगाई के मोर्चे पर लगातार घेर रही थी। लेकिन, चुनाव से पहले पेट्रोल डीजल के दामों में राहत देकर योगी ने फिलहाल विपक्षी पार्टी का मुंह बंद कराने की कोशिश जरूर की है। प्रदेश में 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले जनता को महंगाई से राहत मिली। पेट्रोल डीजल के घटे दाम के साथ ही प्रदेश में रोजमर्रा की जरूरत वाली चीजों के दामों में भी कमी होने की संभावना बढ़ गई है। इससे पहले यूपी में डीजल पर 17.48 प्रतिशत या 10.41 रुपए प्रति लीटर की दर से वैट वसूला जा रहा था, जबकि पेट्रोल पर 26.80 प्रतिशत या 17.74 रुपये प्रति लीटर की दर से वैट लिया जा रहा था।


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