मोदी और खट्टर प्रवासी मजदूरों की मदद की बजाय कर रहे हैं राजनीति, सीएम अमरिंदर सिंह ने लगाया आरोप

Update: 2020-05-18 06:29 GMT

प्रवासी मजदूरों पर हरियाणा और पंजाब आमने सामने, अनिल विज ने कहा पंजाब प्रवासी मजदूरों को हरियााणा की ओर धकेल रहा है, तो कैप्टन का आरोप कि मोदी सरकार नहीं कर पायी प्रवासी मजदूरों की वापसी का सही से इंतजाम

जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। 23 वर्षीय संजय कुमार लुधियाना के कंबल फैक्टरी में काम करता है। अब वह 980 किमी दूर उत्तर प्रदेश के गोंडा में अपने घर साइकिल से जा रहा है। उसके साथ उस जैसे चार मजदूर और हैं। इन सभी को हरियाणा में प्रवेश करने के लिए हरियाणा-पंजाब सीमा पार करते समय पुलिस से बचने के लिए घग्गर नदी को पार करना पड़ा।

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नमें से एक युवा कहता है, 'क्या करें सर, वहां काम नहीं है। पैसा खत्म हो गया है। खाने को राशन नहीं है। ऐसे में हमने अपने घर जाने का निर्णय लिय है। हमें बताया गया कि रेल चल रही है। हमने ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया। बाद में उन्हें लुधियाना रेलवे स्टेशन से भगा दिया गया। ऐसे में हम अब पैदल ही अपने गांव जाने का निर्णय लिया है।'

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दूसरा बोलता है, “इसके बाद हमने साइकिल चलाना शुरू किया और हम अम्बाला की तरफ शंभू सीमा तक कहीं भी नहीं रुके। पंजाब पुलिस हमें जब भी दिखती है तो हम छुप जाते हैं। सड़क से आते तो पुलिस पकड़ लेती। अब खेतों के रास्ते से हरियाणा की सीमा में पहुंचे। यहां स्थानीय लोगों की मदद से घग्गर नदी पार की।'

गौरतलब है कि अंबाला में प्रवासी मजदूरों की संख्या इतनी बढ़ गयी कि अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ पंजाब पुलिस के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करनी पड़ी।

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रियाणा के गृह मंत्री ने इसके लिए सीधे पंजाब को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूर जो पंजाब से आ रहे हैं, इससे हरियाणा मे हालात बिगड़ रहे हैं। यहां के शिविर भरे हुये हैं, ऐसे में हमारे सामने दिक्कत यह है कि उन्हें रखे कहां? हम नियमित तौर पर प्रवासी मजदूरों को उनके घरों की ओर भेज रहे हैं। यूपी के लिए बस भेज रहे हैं और बिहार के लिए एक सप्ताह में तीन ट्रेनें भेज दी हैं।

गृहमंत्री अनिल विज ने कहा, “पंजाब सरकार गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। उन्हें अपने राज्य में काम कर रहे प्रवासियों को हरियाणा में धकेलना बंद कर देना चाहिए। पहले से ही प्रवेश कर चुके कई लोगों को आश्रय गृहों में रखा जा रहा है और लगातार बसों या ट्रेनों द्वारा उनके मूल स्थानों पर भेजा जा रहा है।”

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लेकिन पंजाब के सीएम अमरेंदर सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकार मामले का राजनीतिकरण कर रही है, कांग्रेस सरकार प्रवासियों को हरसंभव मदद पहुंचा रही है। मेरी सरकार ने 16 मई तक अपने मूल राज्यों में 1,78,909 प्रवासियों के लिए 149 गाड़ियों की व्यवस्था की।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले सभी राज्यों में, प्रवासी मजदूरों के लिए दिन-रात काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा, मजदूरों को अपने घरों में जाने की सुविधा देने की प्रक्रिया पंजाब में अब भी जारी है।

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न्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों की सरकार बस बयानबाजी कर रहे हैं। अभी तक प्रवासी मजदूरों को लेकर कोई योजना नहीं है। वह कोरे बयान रहे हैं, जबकि ग्राउंड में कुछ नहीं किया। यदि वास्तव में केंद्र को प्रवासी मजदूरों की चिंता है तो उनके लिए तुरंत ही कदम उठाये जाने चाहिये।

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