हिमाचल में पत्नी ने बच्चों को मोबाइल के लिए डांटने से रोका तो पति ने लगा ली फांसी

Update: 2020-04-09 14:12 GMT

8 अप्रैल की रात को भागीरथ ने अपने बेटों को मोबाइल पर लगातार खेलने के लिए डांटा था, जिससे उसकी पत्नी गुस्सा गयी और उसने भागीरथ को मना किया कि वह बच्चों को न डांटे...

जनज्वार, शिमला। कोरोना की भयावहता के बीच हिमाचल के कांगड़ा जिले से एक ऐसी खबर आई, जिसने बताया कि लोगों में मानसिक तनाव किस हद तक बढ़ता जा रहा है। कांगड़ा में एक महिला ने बच्चों को डांटने पर पति को खरी—खोटी सुनाई तो पति ने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी।

यह भी पढ़ें : हिमाचल में कोरोना के कुल 18 मामले आये सामने, आधे से ज्यादा तब्लीगी जमात से जुड़े

मर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक कांगड़ा के नूरपुर थाना क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत खैरियां के बटनियाल गांव में एक व्यक्ति ने अपने घर के नजदीक पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। इस घटना से न सिर्फ घरवाले बल्कि आस—पड़ोस भी चकित हैं।

​टनियाल गांव के 48 वर्षीय भागीरथ पुत्र धगड़ो राम मजदूरी करके अपना परिवार चलाता था। मृतक भागीरथ के दो बेटे हैं जो छठी और आठवीं कक्षा में पढ़ते हैं। पड़ोसियों का कहना है कि भागीरथ थोड़ा तनाव में भी था।

यह भी पढ़ें : उत्तराखण्ड के बाद हिमाचल प्रशासन हुआ तब्लीगियों पर सख्त, कहा जो हम वार्निंग देते हैं उसे करते हैं लागू

जानकारी के मुताबिक बुधवार 8 अप्रैल की रात को भागीरथ ने अपने बेटों को मोबाइल पर लगातार खेलने के लिए डांटा था, जिससे उसकी पत्नी गुस्सा गयी और उसने भागीरथ को मना किया कि वह बच्चों को न डांटे।

च्चों का मोबाइल विवाद इतना गहराया कि भागीरथ अपने परिवार को मनमानी करने की बात कहकर गुस्से में आकर रात को ही घर से बाहर चला गया। बहुत रात बीत जाने के बाद भी जब वह वापस नहीं लौटा तो परिजन आस—पड़ोस के लोगों के साथ उसकी खोजबीन करने के लिए बाहर निकले।

यह भी पढ़ें : तब्लीगियों से मिलने पर ग्रामीणों ने इतना किया परेशान कि मुस्लिम युवा ने कर ली आत्महत्या

लाशते हुए जब लोग घर से थोड़ी दूर पहुंचे तो घर से थोड़ी दूरी पर ही पेड़ से उसकी लाश लटकती दिखायी दी, जिसके बाद परिजनों व गांव वालों ने ग्राम प्रधान को फोन किया तो लोग मौकास्थल पर पहुंचे। प्रधान ने मामले की सूचना पुलिस को दी।

ज 9 अप्रैल की सुबह नूरपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और भागीरथ के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर अस्पताल भेज दिया।

यह भी पढ़ें : हिमाचल में कोरोना से बचाव के लिए पुलिसवालों को मिलेंगे पीपीई किट व एन-95 मास्क, अब तक 10 मरीज आये सामने

स मामले में डीएसपी ने कहा कि पुलिस ने सीआरपीसी-174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है और 9 अप्रैल की शाम को शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।

Tags:    

Similar News