शर्मनाक तस्वीर! लाखों गरीब परिवार भूखे-प्यासे भाग रहे, लेकिन मोदी के मंत्री देख रहे हैं ‘रामायण’

Update: 2020-03-29 09:59 GMT

सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद प्रकाश जावड़ेकर ने हालांकि घर पर बैठकर रामायण देखने का ट्वीट डिलीट कर दिया है, मगर इससे उनका असंवेदनशील चेहरा ही सामने आया...

जनज्वार। कोरोना की भयावहता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 23 मार्च को संपूर्ण देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है, जिसकी सबसे बुरी मार मजदूर गरीब वर्ग पर पड़ी है। कहीं उन्हें मकान मालिक घर से निकाल रहा है तो कहीं भूखों मरने की नौबत आ रही है, जिसके बाद लाखों मजदूर अपने गांवों की ओर निकल पड़े हैं। इसकी कई ​तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

सी बीच केंद्र सरकार द्वारा दूरदर्शन पर रामानंद सागर निर्देशित 'रामायण' दोबारा से दिखाने का निर्णय लिया गया और कहा गया कि लोग अपने घरों तक ही सीमित रहें इसलिए इसे दोबारा दिखाने का निर्णय लिया गया है, और इससे 90 के बाद के अपने दौर को भी लोग याद करेंगे।

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सी उत्साह में मोदी सरकार के कई मंत्रियों ने अपने रामायण देखते हुए फोटो सोशल मीडिया पर डाले, जिनको लेकर वो ट्रोल हुए और उन्हें मजबूरन फोटो हटाने भी पड़े। इनमें से एक हैं प्रकाश जावड़ेकर जिन्होंने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए अपना रामायण देखते फोटो ट्वीटर पर डाला था, दूसरी तरफ उसी दौरान लाखों लोगों का रेला अपने घरों की तरफ निकल पड़ा था, कि वो अपने गांव तक तो पहुंचे। इस आम इंसान की प्रताड़ना, दुर्दशा की कहानियां भी सोशल मीडिया में सामने आ रही थीं।

गर बजाय जनता के पक्ष में कुछ बोलने या कोई सार्थक कदम उनके लिए उठाने के प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया था, '‘मैं तो रामायण देख रहा हूं. आप देख रहे हैं कि नहीं?’

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सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद प्रकाश जावड़ेकर ने हालांकि घर पर बैठकर रामायण देखने का ट्वीट डिलीट कर दिया है, मगर इसने उनकी खासी किरकिरी की।

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भिनेता संजय खान की बेटी फराह खान अली ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के ट्वीट पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया, "मैं आपको घर पर आराम से बैठा हुआ देख रही हूं, जबकि कई प्रवासी श्रमिक भोजन और पानी के बिना मीलों की यात्रा करते हुए अपने गांवों की ओर चल रहे हैं।"



निवार 28 मार्च को जब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर रामायण देखते हुए फ़ोटो शेयर की तो सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। सवाल उठाया कि ऐसे वक्त में जब लोगों को मदद की ज़रूरत है, वह आराम से रामायण देख रहे हैं। ट्वीटर पर #आलसी_जावड़ेकर ट्रेंड करने लगा। इस हैशटैग पर हज़ारों यूजर्स ने ट्वीट किये गये।

सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि ऐसे मुश्किल दौर में केंद्र सरकार के किसी मंत्री से यह उम्मीद बिल्कुल नहीं की जा सकती कि वह यह फ़ोटो ट्वीट करेगा कि वह घर में बैठकर रामायण देख रहा है।

ट्वीटर पर गाजी सोहेल ने ट्वीट किया है, 11 साल के राहुल मुसहर की कल भूख से मौत हो गई। बिहार के भोजपुर में जवाहर टोला में दलित मुसहर समुदाय के लोगों को बिना तैयारी के किये गये इस लॉकडाउन के कारण भूखों मरने के लिए छोड़ दिया गया। चायवाला कहाँ है।

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प्रशांत मुखर्जी ने ट्वीट किया है, 'जावड़ेकर एक एसी कमरे में बैठा है और रामायण देख रहा है। पूरी सरकार उसकी वजह से विफल रही है आलसी_जावड़ेकर।'

मोहित सिंह चौधरी नाम के ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा है, 'जावड़ेकर सूचना प्रसारण मंत्री हैं और रामायण का प्रसारण कराकर वह अपना काम ही कर रहे हैं।'

सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना करते हुए कृष्णकांत ने लिखा है, 'यह महामारी के दौर की सबसे भयानक और शर्मनाक तस्वीर है। कल से दिल्ली समेत सभी शहरों में लाखों की संख्या में कामगार लोग, बूढ़े, बच्चे, महिलाएं, बीमार, अपंग, गर्भवती माएं, गरीब सब घबराकर भाग रहे हैं। उसी समय ये महाराज अपना फोटो ट्वीट कर रहे हैं कि ‘मैं तो रामायण देख रहा हूं. आप देख रहे हैं कि नहीं?’ उसी समय एक महान आत्मा ट्वीट कर रहे हैं कि जो लोग भाग रहे हैं वे छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। उसी समय राजनीति का एक कुपात्र पूजा करते हुए अपना वीडियो जारी कर रहा है। उसी समय एक मत्राणी ‘बोरियत से बचने के लिए’ ट्विटर पर अंताक्षरी खेल रही हैं। यह सब दर्ज कर लीजिए। एक अंतरराष्ट्रीय संकट के दौर का यह महान नेतृत्व अगली पीढ़ियों के काम आएगा। यह सब दर्ज कर लीजिए। एक अंतरराष्ट्रीय संकट के दौर का यह महान नेतृत्व अगली पीढ़ियों के काम आएगा।

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