दिल्लीः भूख से तड़पते मजदूर अपने साथी की मौत से हुए आक्रामक, जला दिया शेल्टर होम ही

Update: 2020-04-11 15:38 GMT

बताया जा रहा है कि शेल्टर होम में रहने वाले मजदूर अपनी एक साथी की मौत को लेकर नाराज थे जिसके बाद उन्होंने शेल्टर होम में आगजनी की.

जनज्वारः दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित एक शेल्टर होम में शनिवार रात को भीषण आग लग गई. फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंची. बताया जा रहा है कि शेल्टर होम में रहने वाले मजदूर अपनी एक साथी की मौत को लेकर नाराज थे जिसके बाद उन्होंने शेल्टर होम में आगजनी की.

दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और हादसे में हताहत नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि आग में तीन शेल्टर होम पूरी तरह जल गए हैं.शेल्टरहोम में बड़ी संख्या में गरीब, मजदूर और बेघर रहते हैं.

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आरोप है कि शुक्रवार को यहां रहने वाले मजदूरों ओर शेल्टर होम के सिविल डिफेंस के लोगों के बीच खाने को लेकर झगड़ा हुआ था.

मीडिया की खबरों के मुताबिक यह झगड़ा खाने की वजह से हुआ था. बताया जा रहा है कि सिविल डिफेंस के लोगों ने मजदूरों को इतना पीटा की तीन-चार मजदूर डर के मारे यमुना में कूद गए. इनमें से तीन को तो बचा लिया गया लेकिन चौथे शख्स पता नहीं चला.

हालांकि मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि शेल्टर होम के लोगों ने ही एक मजदूर को पीट पीट कर युमना में फेंक दिया. शनिवार को एक शख्स का शव बरामद हुआ जिसके बारे में शेल्टर होम के लोगों का कहना था कि यह उनके साथी का ही शव है.

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आरोप है कि अपने साथी की मौत से गुस्साए मजदूरों ने गुस्से में आकर हंगामा कर दिया शेल्टर होम को आग लगा दी.

बताया जा रहा है कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. वहीं अभी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. शव का पोस्टमार्टम रविवार को होगा.

मजदूरों ने शेल्टर होम के लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि शेल्टर होम में ठीक से खाना नहीं मिलता साथ ही ये लोग बहुत ही गलत ढंग से मजदूरों से व्यवहार करते हैं और अक्सर उनके साथ हाथापाई करते हैं.

इस घटना के बाद एक बार फिर लॉकडाउन के बाद मजदूरों की परेशानियों को उजागर किया है साथ ही केंद्र और दिल्ली सरकार की मजदूरों को सभी जरूरी सुविधाएं देने के दावों पर भी सवालिया निशाना लगाया है.

ऐसा ही मामला शुक्रवार को गुजरात के सूरत में देखने को मिला। जहां हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए और घर भेजने की मांग करने लगे। बवाल इतना बढ़ गया कि मजदूरों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने जब कुछ लोगों को हिरासत में लिया तब जाकर मामला शांत हुआ।

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