जिस पति की लंबी उम्र के लिए रखा तीज का निर्जला व्रत, उसी ने रात में गला रेत महिला को मार डाला
पत्नी क्या जानती थी कि दिनभर जिसकी लंबी उम्र के लिए उसने बिना कुछ खाए- पिए व्रत किया है, वही रात को उसका कातिल बन जाएगा, महिला की मौत के बाद उसके दोनों मासूम बच्चों का रो- रोकर बुरा हाल है..
जनज्वार। जिस पत्नी ने पति की लंबी आयु के लिए तीज पर 24 घँटे का निर्जला व्रत रखा था, उसी बेरहम पति ने तीज की रात को ही उसका गला रेत कर मार डाला (murdered her)। पत्नी क्या जानती थी कि दिनभर जिसकी लंबी उम्र के लिए उसने बिना कुछ खाए- पिए व्रत (fasting) किया है, वही रात को उसका कातिल बन जाएगा। महिला की मौत के बाद उसके दोनों मासूम बच्चों (children) का रो- रोकर बुरा हाल है।
घटना गुरुवार की रात की है। मामला उत्तरप्रदेश के कुशीनगर (kushinagar) के रामकोला थाना क्षेत्र के देवरिया बाबू गांव का है। बताया जा रहा है कि 28 वर्षीय वीरबल राजमिस्त्री का काम करता है। आरोप है कि गुजरात की एक महिला के साथ उसका अवैध संबंध है। कुछ समय पहले वह उस महिला को लेकर कुशीनगर अपने घर आ गया। उसने कहा कि वह उसकी दूसरी पत्नी (second wife) है और सभी को उसे स्वीकार करना होगा।
अब सौतन भला किस महिला को बर्दाश्त होती है। लिहाजा, इस बात का उसकी 26 वर्षीया पत्नी शीला ने कड़ा विरोध किया। पत्नी के विरोध की वजह से वीरबल को उस महिला को वापस गुजरात (Gujrat) ले जाकर उसके घर छोड़ना पड़ा लेकिन वापस लौटकर वह अपनी पत्नी पर जमकर जुल्म ढाने लगा।
बताया जा रहा है कि वह अक्सर शराब के नशे में धुत होकर पत्नी को बेरहमी से पीट दिया करता था। गुरुवार की रात बीरबल की मां उसके दो छोटे बच्चों को लेकर बरामदे में सोई थी। बीरबल की पत्नी उसकी लंबी उम्र के लिए सुबह से तीज का निर्जला व्रत थी। देर रात वह उठा और अपनी पत्नी की गला रेतकर बेरहमी से हत्या (murder) कर दी।
शुक्रवार की सुबह करीब छह बजे तक जब कमरे से कोई हलचल नहीं हुई तो वीरबल की मां सुमारी देवी उन्हें जगाने गईं। सुमारी देवी ने बाहर से आवाज दी। कोई नहीं बोला तो उसने अंदर जाकर देखा। कमरे का भयावह दृश्य देखकर वह हक्का-बक्का रह गईं।
कमरे में बिस्तर के नीचे (under the bed) शीला का शव पड़ा था। गला रेतकर उसकी हत्या कर दी गई थी। वहीं, बीरबल गायब था। भागते समय उसने घर के सभी वल्ब फोड़ दिए थे।
उधर, घटना की सूचना पाकर मौके पर रामकोला एसएचओ (Ramkola SHO) डीके सिंह फोर्स के साथ पहुंच गए। कुछ देर में एएसपी एपी सिंह और सीओ खड्डा शिवाजी सिंह भी पहुंचे। अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया। शीला और वीरबल के 10 और 6 साल के दो मासूम बच्चे हैं। मां की हत्या और पिता के फरार होने के बाद दोनों बेहद डरे हुए हैं और लगातार रोये जा रहे हैं।