पिछले 5 साल में 15 सैन्य हेलीकॉप्टर हुए क्रैश
Mi-17 Helicopter Crash : सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त (Helicopter Crash) होने की खबरें सामने आ रही हैं। खबरों के मुताबिक तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कून्नूर (Coonoor) में हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है। हेलीकॉप्टर से चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Gen. Bipin Rawat) भी यात्रा कर रहे थे। जनरल बिपिन रावत गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
भारतीय वायुसेना ने अपने ट्वीट में जानकारी दी, तमिलनाडु के कन्नूर के नजदीक आज एक आईएएफ एमआई 17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सीडीएस बिपिन रावत उसमें सवार थे। घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं। तमिलनाडु के कन्नूर के नजदीक आज जो आईएएफ एमआई 17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। उसकी बहुत सी खासियत है।
एमआई 17वी5 हेलीकॉप्टर की खासियत
इस हेलीकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार की बात करें तो इसकी रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा है। इसके साथ यह 6000 मीटर की अधिकतम उंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। एक बार में यह 580 किमी की दूरी तय कर सकता है। हालांकि दो सहायक ईंधन टैंक भरने के बाद यह 1065 किमी की दूरी तय कर सकता है। इन पोस्ट्स से हथियारों को लक्ष्य तक भेदने में इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इसका इस्तेमाल वीवीआईपी लोगों के लिए भी किया जाता है।
कई हथियारों से लैस है
हेलिकॉप्टर अधिकतम 13,000 किलो के वजन के साथ उड़ान भर सकता है। इससे करीब 36 आर्म्ड जवानों को ले जाया जा सकता है। MI-17V5 कई तरह से हथियारों से लैस है। हथियारों की बात करें तो इसमें शतर्म-5 मिसाइल्स, एस-8 रॉकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ 8 फायरिंग पोस्ट्स भी हैं।
आधुनिक तकनीकों से लैस
इस हेलीकॉप्टर के पास ऐसी तकनीक है कि ये रात में भी आसानी से अपना कमाल दिखा सकता है। बताया जात्ता है कि ये हेलिकॉप्टर्स ऐसी तकनीक से लैस है। इससे रात में भी आसानी से कार्रवाई की जा सकती है। भारतीय वायु सेना के कई बचाव एवं राहत कार्य में भी इस विमान की काफी अहम भूमिका होती है। इस हेलीकॉप्टर को सबसे आधुनिक हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है। सुरक्षा के लिहाज से भी ये काफी अहम माना जाता है।
भारत के पास 150 से ज्यादा Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर्स
इस हेलीकॉप्टर की तैनाती सेना और आर्म्स ट्रांसपोर्ट में भी की जा सकती है। ऑपरेशनों, पेट्रोलिंग, राहत एवं बचाव अभियानों में भी एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाता है। भारत के पास वर्तमान में 150 से ज्यादा Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर्स हैं। इनमें से सबसे आखिरी विमान जनवरी 2016 में रूस ने भारत को सौंपा था।
कमांडो ऑपरेशन में भी हुआ था इस्तेमाल
बता दें कि वायुसेना का ये वही विमान है जिसका उपयोग 26/11 हमले के दौरान कमांडो आॉपरेशन के रूप में भी हुआ था। 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के दौरान एनएसजी कमांडो इसी हेलिकॉप्टर्स से कोलाबा में आतंकियों से मुकाबला करने उतरे थे। इसके अलावा MI-17V5 ही वो वायुयान था। जिसे सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी लॉन्च पैड को तबाह करने के लिए की गई सर्जिकल स्ट्राइक में भी इनका इस्तेमाल किया गया था।