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राजनीति

भाजपा ने अजय मिश्रा टेनी से बनाई दूरी, चुनाव के लिए बनाई दो समितियों में से एक में भी नहीं मिली जगह

Janjwar Desk
6 Jan 2022 3:07 AM GMT
lakhimpur khiri
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को लखनऊ हाईकोर्ट से आज जमान​त मिली।

यूपी में ब्राह्मण एक बड़ा वोट बैंक है। यही वजह है पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगाकर तीनों कृषि कानून तो वापस ले लिए, किसानों की सारी बातें भी मानने को राजी हो गए लेकिन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी महाराज को सरकार से हटाने या उनका इस्तीफा लेने की मांग नहीं मानी।

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव ( UP Election 2022 ) के लिए दो चुनाव समिति ( UP Election Committee ) के सदस्यों के नामों की घोषणा की हैं समिति में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 24 लोगों को शामिल किया गया है। लेकिन लखीमपुर खीरी हत्याकांड ( Lakhimpur Khiri Murder case ) के मुख्य आरोपी सांसद अजय मिश्रा उर्फ टेनी ( Ajay Mishra Teni ) को इससे दूर रखा गया है। यानि भाजपा ने किसानों की नाराजगी मोल लेने से बचने के लिए टेनी से किनारा कर लिया है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से हरी झंडी मिलने के बाद राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव ( UP Assembly Election 2022 ) के लिए प्रदेश चुनाव समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा की है। समिति के सदस्यों में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्यान तथा एसपी सिंह बघेल व अन्य को शामिल किया है।

दूसरी तरफ भाजपा ने ब्राह्मण वोटों को अपने पाले में करने के लिए अलग से एक समिति बनाई है। इस समिति में भी अजय मिश्र उर्फ टेनी महाराज को नहीं रखा गया है। ये बात अलग है कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली स्थित आवास पर ब्राह्मण नेताओं की जो कमेटी बनी उसमें उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा व कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद के साथ टेनी महाराज भी शामिल हुए थे। लेकिन आधिकारिक तौर पर टेनी को इसमें शामिल नहीं किया गया।

ब्राह्मण वोट के लिए टेनी को हटाने का रिस्क नहीं लेना चाहती भाजपा

बता दें कि यूपी में ब्राह्मण एक बड़ा वोट बैंक ( Brahmin Vote Bank ) है। यही वजह है पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगाकर तीनों कृषि कानून तो वापस ले लिए, किसानों की सारी बातें भी मानने को राजी हो गए लेकिन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी महाराज को सरकार से हटाने या उनका इस्तीफा लेने की मांग नहीं मानी। आंदोलनकारी किसान जोर लगाते रहे और समूचा विपक्ष संसद में इसके लिए अड़ा रहा लेकिन सरकार टस से मस नहीं हुई। कुछ कार्यक्रमों और कुछ दिन संसद से जरूर टेनी महाराज को बाहर रखा गया लेकिन उनको हटाया नहीं गया।

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