तब्लीगी जमात पर फर्जी खबरें फैलाने वाले सुधीर चौधरी भी कोरोना पीड़ित, अस्पताल में भर्ती
टीवी एंकर सुधीर चौधरी बीते 11 दिनों से कोरोना संक्रमित हैं। उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है...
जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। बीते 24 घंटों में साठ हजार से ज्यादा नए मामले और 3 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। इस महामारी चपेट में मोदी सरकार के समर्थक माने जाने वाले टीवी एंकर व जी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी भी आ गए हैं।
विवादित टीवी एंकर सुधीर चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए कहा कि आपमें से बहुत लोग पूछ रहे हैं, यह सम्भव नहीं है कि सभी को व्यक्तिगत तौर पर जवाब दे सकूँ। इसलिए यहां एक अपडेट है। यह कोविड इन्फेक्शन का 11वां दिन है, फेफड़ों में शुरुआती दिक्कत है, मैं अस्पताल में हूं, लेकिन ठीक हो रहा हूँ। डॉक्टरों और चिकित्सा देखभाल करने वालों के लिए धन्यवाद। कृपया इस वायरस को हल्के में न लें। जल्द ही मिलते हैं।
इससे पहले भी सुधीर चौधरी ने 20 मई को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वह कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और ठीक हो रहे हैं।
टीवी एंकर्स में इससे पहले न्यूज़ 18 के एक्सिक्यूटिव एडिटर अमिश देवगन भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जबकि आज तक के एंकर रोहित सरदाना का कोरोना वायरस से निधन हो चुका है।
सुधीर चौधरी सत्ता समर्थक पत्रकार माने जाते हैं। सोशल मीडिया पर भी यह सवाल उठते रहते हैं कि वह मोदी सरकार का बचाव करते हैं और सत्ता से सवाल नहीं करते हैं। बीते साल जब कोरोना की पहली लहर देश मे आयी थी। कोरोना देश मे फैल चुका था तब सुधीर चौधरी ने अपने फेमस शो डीएनए में तब्लीगी जमात पर कई कार्यक्रम किए थे।
जी न्यूज ने ही अरुणाचल प्रदेश में 11 तब्लीगी जमात के सदस्यों के पाए जाने की फर्जी खबरें प्रसारित की थी। हालांकि जी न्यूज ने बाद में माफी मांगी।
कोरोना की पहली लहर के दौरान जब अधिकांश समाचार चैनलों, अखबारों/संस्थानों ने अपने कर्मियों को दफ्तर आने से मना किया। तब भी जी न्यूज के कर्मी दफ्तर जाते रहे या उन्हें आने के लिए मजबूर किया जाता रहा। नतीजन जी न्यूज के न्यूज़रूम में ही 28 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे।
कोरोना संक्रमित सुधीर चौधरी का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल 2013 पूर्व सांसद नवीन जिंदल ने कोयला घोटाले के संबंध में जी न्यूज़ के सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया पर 100 करोड़ मांगने के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी। पुलिस ने सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया को गिरफ़्तार भी किया गया था और जेल भेजा गया था। हालांकि 6 साल बाद जिंदल और उनकी कंपनी जिंदल स्टील पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने ज़ी न्यूज़ और उसके संपादकों- सुधीर चौधरी व समीर अहलूवालिया के ख़िलाफ़ मामला वापस ले लिया था।