Madhyapradesh News : एंबुलेंस नहीं मिली तो बाइक पर खाट बांध मरीज को ले गए अस्पताल, किरकिरी के बाद जांच का दावा
Madhyapradesh News : मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं लेकिन एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो इन दावों पर सवाल खड़े कर रहा है..
Madhyapradesh News : मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार Shivraj Government) द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं लेकिन एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Video viral in Social media) हो रहा है जो इन दावों पर सवाल खड़े कर रहा है। प्रदेश के देवास जिले में एंबुलेंस न मिलने पर एक मरीज को बाइक पर खाट बांधकर अस्पताल ले जाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच की बात कही है।
वहीं, परिजनों का कहना है कि सरकारी एंबुलेंस (Government Ambulance) कॉल करने पर भी नहीं आती है। प्राइवेट एंबुलेंस का खर्चा एक बार में ही 1500 रुपए आता है। इसकी वजह से वे जुगाड़ के सहारे ले आए हैं। इसका वीडियो बनाकर एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले (Dewas district in Madhyapradesh) का है। बताया जा रहा है कि एंबुलेंस न मिलने के चलते मजबूरी में घरवालों ने यह कदम उठाया। वीडियो वायरल होने के बाद अब अधिकारी इस मामले में जांच करने में जुट गए हैं।
बीमार योगिता (19) खातेगांव (Khateganv Village) की रहने वाली है। परिजन पिछले 18 महीने से उसका इलाज करवा रहे हैं। अब योगिता को हर महीने एक बार जिला अस्पताल आना पड़ता है। उसके पिता कैलाश शनिवार को बाइक पर खटिया बांधकर उसे अस्पताल लाए थे।
जानकारी के मुताबिक देवास के मिर्जापुर गांव (Mirzapur Village) के रहने वाले कैलाश की 19 वर्षीय बेटी योगिता की तबियत खराब थी। योगिता का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हो गया था और उसने दोनों पैर गंवा दिए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कैलाश ने बाइक पर चारपाई बांधी और सतवास सरकारी अस्पताल में लेकर पहुंच गया।
वहीं, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देवास के सीएमएचओ एमपी शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि उन्होंने अस्पताल में सरकारा द्वारा चलाई जा रही '108 एंबुलेंस' के न उपलब्ध होने की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि मरीज पैरालिसिस की शिकार है। हम पता लगाने में जुटे हैं कि परिजन मरीज को चारपाई पर लेकर क्यों आए?
डॉक्टर शर्मा ने बताया कि मरीज को यूरीनरी कैथेटर लगा हुआ है। वह इसके रिप्लेसमेंट के लिए हर महीने अस्पताल आती है। उन्होंने दावा किया कि हर बार वह सरकारी 108 एंबुलेंस से ही अस्पताल आती है। हालांकि इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर कौन सी वजह थी, जिसके चलते उसे बाइक चारपाई बांधकर लाया गया।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मरीज के परिजन कैलाश ने बताया कि योगिता के कमर के नीचे का भाग काम नहीं करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 18 महीने पहले वह गड्ढे में गिर गई थी, तब से आज तक उसे परेशानी बनी हुई है। योगिता के भाई विजेश ने बताया कि पिता मजदूरी करते हैं।
उसने कहा, "बहन के उपचार के लिए अभी तक 3 लाख रुपए ब्याज पर ले चुके हैं। सरकारी सुविधाओं का कोई लाभ आज तक नहीं मिला है। वहीं, एंबुलेंस के लिए कॉल करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है। एक बार घर से खातेगांव अस्पताल ले जाने में 1000 रुपए से 1500 रुपए खर्च आता है। खर्च कम हो, इसलिए पापा एक दिन पहले उसे बाइक पर खटिया बांधकर सतवास के अस्पताल लेकर गए थे।"