Bhawanipur Counting Live: आज आएंगे नतीजे काउंटिंग शुरू, CM ममता के लिए यह सीट जीतना है जरूरी

Bhawanipur Counting: 30 सिंतबर को इन सीटों पर मतदान हुआ था, बताया जा रहा है कि इन सीटों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। गिनती शुरू होने के करीब एक घंटे बाद शुरुआती रुझान भी सामने आने लगेंगे

Update: 2021-10-03 03:11 GMT

West Bengal By-Polls : तृणमूल की जीत और बीजेपी की हार में छिपा है एक स्पष्ट संदेश 

Bhawanipur Counting : (जनज्वार)। आज भवानीपुर सीट (Bhawanipur by polls) पर हुए उप-चुनाव की मतगणना होनी है। भवानीपुर के अलावा शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीटों पर भी हुए उप-चुनाव के नतीजे घोषित कर दिये जाएंगे। भवानीपुर सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा की प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल को हराने की चुनौती है। 

30 सिंतबर को इन सीटों पर मतदान (Voting) हुआ था। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। गिनती शुरू होने के करीब एक घंटे बाद शुरुआती रुझान भी सामने आने लगेंगे। इस बार भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में 57 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है। भवानीपुर, कोलकाता में एक विधानसभा क्षेत्र है और इसे तृणमूल कांग्रेस (TMC) का गढ़ माना जाता है। 

साल 2016 में इस सीट से ममता बनर्जी ने जीत हासिल की थी और इस बार भी उन्हें इस सीट पर जीत की काफी उम्मीद है।

उधर, मतगणना के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) की तरफ से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मतगणना केंद्र पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए केंद्रीय बलों की 24 कंपनियों को बुलाया गया है। राज्य पुलिस को भी सुरक्षा इंतजामों में लगाया गया है।। 

यहां से भाजपा (BJP) ने भी पूरी ताकत झोंक दी थी। उसके 80 नेता आखिरी दिन प्रचार में देखें गए, वहीं ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) लोगों के घर जाकर वोट मांगती हुईं दिखीं। तृणमूल ने भवानीपुर को अपनी बेटी चाहिए कैंपेन चलाया, तो भाजपा चुनाव बाद हिंसा का मुद्दा उठाती रही। बीजेपी ने एक वीडियो जारी किया है, वीडियो का टाइटल दिया गया है, अब खेला नहीं होगा, न्याय होगा।

बता दें कि भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) ने अपना उम्मीदवार तक नहीं दिया है, वहीं माकपा ने ये कहते हुए श्रीजीब बिस्वास को उतारा कि लोगों के लिए विकल्प जरूरी है। श्रीजीब बिस्वास प्रचार करते हुए विवादों में रहे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर प्रचार करने से रोके जाने पर पुलिस से भिड़ गए थे और पुलिस पर गैरकानूनी तरीके से रोके जाने का आरोप लगाया था।

2011 के विधानसभा चुनाव में ममता ने लेफ्ट (Left Parties) का 34 साल पुराना किला ध्वस्त किया था। भवानीपुर सीट से टीएमसी के सुब्रत मुखर्जी जीते थे, बाद में ममता के लिए सीट खाली करना पड़ा था। उपचुनाव में ममता बनर्जी ने 77.46 फीसदी वोटों के साथ सीपीएम की नंदनी मुखर्जी को करीब 95 हजार वोटों से शिकस्त दी।

2016 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो ममता की जीत का अंतर बहुत कम हो गया। इस बार ममता को 65,520 वोट मिले। यानी 2011 में जितना उनकी जीत का अंतर था उससे भी 30 हजार कम वोट उन्हें मिले। इस साल अप्रैल-मई के विधानसभा चुनाव में भी यहाँ से तृणमूल उम्मीदवार शोभनदेव चटोपाध्याय मैदान में थे और उन्होंने करीब 29 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। लेकिन ममता के हार के बाद शोभनदेव ने इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री के लिए यह सीट खाली कर दी थी।

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