Bhawanipur Bypolls : कम वोटिंग से CM ममता को फायदा होगा या नुकसान, शाम 5 बजे तक महज 53 फीसदी वोटिंग
(भवानीपुर में शाम 5 बजे तक 53 फीसदी मतदान हुआ है जो अन्य सीटों पर उपचुनाव में हुई वोटिंग के मुकाबले बहुत कम है)
Bhawanipur Bypolls: (जनज्वार)। पश्चिम बंगाल की भवानीपुर (Bhawanipur Bypolls) सीट पर मतदान संपन्न हो गया है। मतदान के दौरान दिन भर शांति बनी रही, लेकिन होते-होते माहौल खराब हो गया। भवानीपुर विधानसभा सीट पर पोलिंग के दौरान एक बूथ पर टीएमसी और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प (Clash between TMC and BJP workers) हो गई।
खबर है कि इस दौरान बीजेपी नेता कल्याण चौबे (BJP leader Kalyan Chaubey) की कार में भी तोड़फोड़ की गई है। हॉट सीट भवानीपुर में मतदान का प्रतिशत बहुत कम रहा और चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक यहां शाम 5 बजे तक महज 53 फीसदी मतदान की खबर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कम मतदान से सीएम ममता बनर्जी को फायदा होता है या नुकसान।
मतदान के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत (Complaints) दर्ज कराई है। भाजपा ने राज्य मंत्री फिरहाद हकिम और सुब्रत मुखर्जी के खिलाफ निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में तृणमूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वार्ड संख्या-72 में एक मतदान केन्द्र पर मतदान प्रक्रिया को जबरन रोक दिया।
हालांकि, फिरहाद हाकिम (Firhad Hakim) ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि भाजपा जानती है कि वह उपचुनाव हार जाएगी और अब बहाने बना रही है। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग (Election Commission) के पास एक शिकायत दर्ज कराई। जिसमें प्रियंका टिबरेवाल पर 20 कारों के काफिले के साथ घूमने और मतदाताओं को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया। हालांकि टिबरेवाल ने इन आरोपों से इनकार किया।
भवानीपुर सीट पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो बनर्जी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रियंका टिबरेवाल (Priyanka Tibarwal) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के श्रीजीब बिस्वास से रहा।
भवानीपुर सीट पर शाम पांच बजे तक 53 फीसदी मतदान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले (Murshidabad District) की समसेरगंज सीट और जांगीपुर सीट पर क्रमश: 72.45 प्रतिशत और 68.17 प्रतिशत का उच्च मतदान दर दर्ज की गई है। अप्रैल-मई के विधानसभा चुनाव के दौरान दो प्रत्याशियों की मौत के कारण इन दो सीटों पर चुनाव रद्द करना पड़ा था।
भाजपा नेता अमित मालवीय (Amit Malwiya) ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि भवानीपुर इतिहास के उस छोर पर खड़ा है, जहां अगर वह ममता बनर्जी को हरा देता है तो वह बंगाल को प्रतिगामी राजनीति से मुक्त कर देगा। इसलिए यदि आप निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता हैं तो बाहर निकलें और अपने वोट करें और बंगाल की नियति की दिशा बदलें। आप अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए ऋणी रहेंगे।
ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के लिए यहां जीतना बहुत ज़रूरी है। लेकिन उन्हें या टीएमसी को अपनी जीत पर कोई संदेह नहीं है। उनकी असली चिंता मतदान के दिन वोटरों को घर से निकाल कर मतदान केंद्रों तक पहुंचाने की थी ताकि जीत का अंतर अधिक से अधिक रह सके।
यदि आपको याद हो तो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बनर्जी को नंदीग्राम सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें इस उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी। इसी उपचुनाव के परिणाम तय करेंगे कि ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी पर बनी रहेंगी या फिर उन्हें इस्तीफा देना होगा। यहां ममता बनर्जी के लिए सबसे बड़ी चुनौती भाजपा की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल हैं।
भवानीपुर उपचुनाव न केवल पश्चिम बंगाल की राजनीति तय करेगा बल्कि 2024 में होने वाले आम चुनाव में भी इसकी अहम भूमिका हो सकती है। दरअसल प. बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी ने तो बड़ी जीत हासिल की थी लेकिन वह खुद नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ हार गई थीं। इसके बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अब मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उनका चुनकर विधानसभा पहुंचना जरूरी है।
मतदाताओं ने भवानीपुर सीट के साथ बंगाल के सभी तीन सीटों पर अपना मत दे दिया है। तीन अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।