लाल किले में घुसे आंदोलनकारी किसान, पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले

Update: 2021-01-26 08:08 GMT

नई दिल्ली। देश आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। लेकिन आजादी के बाद यह पहली बार है जब राजधानी दिल्ली में किसान भी परेड निकाल रहे हैं। किसान बीते कई महीनों से नए कृषि कानूनों को वापस लेने मांग कर रही है लेकिन सरकार केवल कुछ संशोधन करने की बात पर सहमत हो पा रही है। गणतंत्र दिवस के दिन आंदोलनकारी किसान दिल्ली की सीमाओं टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में घुसे। रास्ते में उन्हें पुलिस के जो भी बैरीकेट दिखे उन्हें हटा दिया गया। इसी कड़ी में किसान लाल किला में दाखिल हो चुके हैं। 

राजपथ पर जहां एक ओर पूरी दुनिया भारत की ताकत और सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो रही थी, वहीं दूसरी ओर एनसीआर में किसान और पुलिस के बीच संघर्ष जारी था। दिल्ली से लगे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों और पुलिस में कई जगह झड़प हुई है और पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।

दिल्ली में प्रवेश की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया गया। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर कुछ किसान पुलिस के अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए।

सोशल मीडिया पर भी लाल किले में एंट्री की चर्चा हो रही है। लोग लाल किले के अंदर आंदोलनकारी किसानों की तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं। 


किसानों ने लाल किला पर झंठा फहरा दिया है।



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