Who Is Sushen Mohan Gupta : कौन है बिचौलिया सुशेन मोहन गुप्ता जिसका नाम आया राफेल डील मामले में

Who Is Sushen Mohan Gupta : राफेल डील का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। राफेल सौदे को लेकर फिर से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं।

Update: 2021-11-09 15:38 GMT

(राफेल डील को लेकर सुशेन मोहन गुप्ता का नाम एक बार फिर चर्चा में है) File Pic.

Who Is Sushen Mohan Gupta : राफेल डील का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। राफेल सौदे (Rafael Deal) को लेकर फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं। पहले राफेल विमान की खरीद को लेकर फ्रेंच पब्लिकेशन मीडिया रिपोर्ट सामने आई, जिसके बाद पहले कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा। वहीं आज मंगलवार, 9 नवंबर 2021 को बीजेपी के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कई तरह के आरोप लगाए।

राफेल डील में कथित दलाली का मुद्दा एक बार फिर से भारत से लेकर फ्रांस (France) तक में हलचल पैदा करने लगा है। रविवार, 7 नवंबर 2021 को फ्रांस के मीडिया संस्थान मीडियापार्ट (Mediapart) की ओर से आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि राफेल डील के लिए फ्रेंच एविएशन कंपनी (French Aviation Company) दसॉ ने बिचौलिये को 7.5 मिलियन यूरो की दलाली दी थी।

रिपोर्ट के मुताबिक यह रकम फर्जी कंपनियों और नकली बिलों के जरिए ट्रांसफर की गई थी। इस डील में जिस बिचौलिये का नाम सामने आ रहा है, वह है सुशेन मोहन गुप्ता (Who Is Sushen Mohan Gupta)।

सुशेन मोहन को लेकर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

प्रेस कॉन्‍फ्रेस में पात्रा ने बिजनेसमैन सुशेन गुप्‍ता का जिक्र किया। संबित पात्रा (Sambit Patra) ने आरोप लगाया कि सुशेन गुप्‍ता कोई नया खिलाड़ी नहीं है, इसका नाम वीवीआईपी अगस्‍ता वेस्‍टलैंड हेलीकॉप्‍टर घोटाले में भी दलाली लेने के आरोप में सामने आया था।

वहीं, मीडिया पार्ट की जो रिपोर्ट आई है, उसके अनुसार राफेल डील के लिए दसॉ एविएशन ने सुशेन गुप्ता नाम के एजेंट को 7.5 मिलियन यूरो (65 करोड़ रुपये) दिए थे।

उधर सुशेन गुप्‍ता का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि अगर बीजेपी के पास इस बात के सबूत हैं कि सुशेन गुप्‍ता ने दसॉ एविएशन से गुप्‍त रूप में पैसे लिए हैं तो इस बात की जांच क्‍यों नहीं की।

सुशेन मोहन गुप्ता को लेकर एक तरफ कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि उसने मामले की जांच नहीं कराई। वहीं बीजेपी का कहना है कि यूपीए सरकार के दौर में मिलीभगत से ही सुशेन मोहन ने इस काम को अंजाम दिया है। 

कौन है बिचौलिया सुशेन मोहन गुप्ता

46 वर्षीय कारोबारी गुप्ता का नाता भारत की डिफेंस और एविएशन इंडस्ट्री से गहरा ताल्लुक रखने वाले परिवार से है। पुरानी दिल्ली में बसे गुप्ता परिवार का पैतृक रूप से कपड़ों का कारोबार था, लेकिन सुशेन के दादा बृज मोहन गुप्ता ने एविएशन की दुनिया में कदम रखा था।

गुप्ता ने कई अंतरराष्ट्रीय डिफेंस और एविएशन कंपनियों के साथ करार में रोल अदा किया था। ब्रिटिश कंपनी वेस्टलैंड एयरक्राफ्ट्स, प्रैट एंड विट्नी समेत कई दिग्गज कंपनियों के साथ गुप्ता ने डील कराई थी।

बृज मोहन गुप्ता के बाद उनके बेटे देव ने भी इसे फैमिली बिजनेस के तौर पर जारी रखा और अब सुशेन मोहन गुप्ता परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं। 

दिल्ली के अमेरिकन एम्बेसी स्कूल से पढ़े सुशेन मोहन गुप्ता ने उच्च शिक्षा भी अमेरिका से ही हासिल की है। इसके बाद सुशेन मोहन ने परिवार के एविशन कारोबार के अलावा हॉस्पिटेलिटी और पावर बिजनेस में भी दखल दिया था।

सुशेन गुप्ता का नाम 2010 के वीवीआईपी चौपर स्कैम में नाम आया था। इस डील को अगस्टा वेस्टलैंड से उन्होंने गौतम खैतान और कारोबारी राजीव सक्सेना के साथ मिलकर कराया था। गौतम खैतान के पिता ओपी खैतान का गुप्ता फैमिली से पुराना संबंध रहा है। वह गुप्ता परिवार के वकील के तौर पर काम कर चुके थे। 

इसके अलावा ओपी खैतान के जरिए ही गुप्ता की मुलाकात राजीव सक्सेना से हुई थी। तीनों को अगस्टा वेस्टलैंड डील की जांच के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था।

इसके बाद दिल्ली की एक कोर्ट ने जमानत पर सुशेन गुप्ता को रिहा कर दिया था। अब मीडियापार्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुशेन गुप्ता ने कई देशों में फैले अपने फर्जी कंपनियों के नेटवर्क के जरिए डील में दलाली की रकम ली थी। 

Similar News