पुत्ररत्न प्राप्ति और गड़े धन का लालच देकर भोंदू बाबा ने किया 5 बहनों का बलात्कार
काला जादू का प्रकोप खत्म करने, गड़ा धन मिलने और पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए इस ढोंगी बाबा ने पांचों लड़कियों से करवाई थी नग्न पूजा और उसी दौरान किया था उनका बलात्कार...
जनज्वार। महाराष्ट्र स्थित पुणे शहर के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में पूजा करवाने के बहाने 4 नाबालिग बच्चियों और एक अन्य लड़की का रेप करने वाले आरोपी भोंदू बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। इस व्यक्ति ने घर में छिपे खजाने को खोजने के लिए अनुष्ठान के बहाने एक ही परिवार की 5 बहनों का रेप किया।
पीड़िताओं में चार नाबालिग बच्चियां शामिल हैं। इन पांचों में सभी की उम्र 10 से 19 साल के बीच है। बलात्कार के बाद भोंदू बाबा ने दुष्कर्म के बारे में किसी को बताने पर उनके माता-पिता को जान से मारने की धमकी भी दी। यहां तक की उसने पीड़िताओं में से एक के साथ तो नकली शादी भी की।
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आरोपी का नाम सोमनाथ कैलाश चौहान उर्फ भाई है। 5 पीड़ितों में से बड़ी बहन द्वारा सोमवार 24 फरवरी को दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार यह वारदात जनवरी और फरवरी 2019 के बीच हुई। आरोपी पर भारतीय दंड संहिता और (पॉक्सो) एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। 2013 के काले जादू अधिनियम के संरक्षण के तहत आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक रायगढ़ के रहने वाले भोंदू बाबा की उम्र 30 साल है और पीड़ित परिवार के वहां उसका आना जाना पहले से था। पीड़ित परिवार ने बताया कि भोंदू बाबा ने उन्हें बताया कि आपके परिवार पर किसी महिला ने काला जादू कर दिया है। इसी कारण आपके परिवार को पुत्र रत्न की प्राप्ति नहीं हो रही है। काला जादू करने वाली महिला आपकी रिश्तेदार ही है।
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भोंदू बाबा ने परिवार को इस झांसे में लिया कि उनके घर में पुत्र न जन्मे इसके लिए उनकी किसी रिश्तेदार महिला ने घर के हर सदस्य पर 'करनी' कर रखी है। काला जादू की वजह से परिवार की एक बेटी की जान को भी खतरा है। इतना ही नहीं ये भी लालच दिया कि आपके घर में गुप्त रूप से धन छिपा हुआ है। घर में 7 कपाट सोना, एक सोने का मटका और एक गणेश की मूर्ति जमीन में छिपी है।
भोंदू बाबा की बातों में आकर पीड़ित परिवार बुरी तरह डर गया और काला जादू से बचने के लिए उपाय पूछने लगा। भोंदू बाबा ने परिवार को बताया कि काला जादू के प्रकोप से बचना है तो पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए और बेटी की जान बचाने के लिए नग्न पूजा करनी होगी। बहकावे और अंधविश्वास में आकर परिवार ने भोंदू बाबा की बात मान ली।
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भोंदू बाबा नग्न पूजा करने के लिए पांचों बहनों को एक कमरे में ले गया और फिर बड़ी बहन के साथ 3 बार बलात्कार किया। भोंदू बाबा ने बाकी 4 बहनों के साथ अश्लील हरकतें और छेड़छाड़ की। इसके अलावा भोंदू बाबा ने पूजा-पाठ करने के लिए परिवार से 3 लाख 11 हजार रुपए भी ऐंठे। इस पूजा के लिए वह कई बार उन लोगों के घर भी रुक जाता था। उसने लड़कियों से कपड़े उतारकर पूजा करने के लिए कह रखा था। पांचों लड़कियां चचेरी बहनें हैं।
5 लड़कियों में से एक के गायब होने पर परिवार ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद उसकी तलाश हुई। लड़की से बात होने पर पुलिस को पता चला की लड़की ने अपनी मर्जी से 'भोंदू बाबा' से शादी कर ली है। लड़की से पूछताछ से पता चला कि 'भोंदू बाबा' उसके साथ ज़बरन शारीरिक संबंध बनाता था। जब बाकी लड़कियों से इस बारे में पूछा गया तो पता चला की वह सभी के साथ ऐसा ही करता था।
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जानकारी के मुताबिक भोंदू बाबा का असली नाम सोमनाथ कैलाश चव्हाण है, जिसे पुलिस अपनी गिरफ्त में ले चुकी है। उसके खिलाफ हुई शिकायत के आधार पर पिंपरी पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 354, 354 (ए), 376, 376 (1) (ए), 376 (3), 376 (ए बी), 494, 496, पोक्सो, महाराष्ट्र नरबलि व अन्य अमानवीय अनिष्ट व अघोरी प्रथा व जादूटोना प्रतिबंध व उच्चाटन कानून के तहत मामला दर्ज किया है।
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धार्मिक अंधविश्वास के नाम पर पिंपरी में भोंदूबाबा द्वारा किए गए 5 बहनों के यौन उत्पीड़न की घटना पर राकां सांसद सुले ने कहा कि प्रगतिशील महाराष्ट्र में श्रध्दा और अंधश्रध्दा को लेकर भ्रमित किया जा रहा है। डर लग रहा है कि मेरे जैसी पीढ़ी अंधश्रध्दा के खिलाफ काम करने वाली आखिरी पीढ़ी साबित होगी। इस समय हमें नरेंद्र दाभोलकर की कमी लगातार महसूस हो रही है, क्योंकि उन्होंने अंधश्रद्धा के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ था। आज की पढ़ी लिखी पीढ़ी भी अंधविश्वास के जाल में कैसे उलझ जाती है, यह सोचकर ही ताज्जुब हो रहा है।