महिला अधिकार समूहों की पीएम मोदी से अपील, भाजपा नेताओं के द्वारा रेप, हिंसा की धमकियों पर तोड़ें चुप्पी

Update: 2020-02-03 13:54 GMT

175 महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा खुला खत, दिल्ली चुनाव प्रचार में भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए महिला विरोधी और भड़काऊ बयानों बयानों पर चुप्पी तोड़ने की अपील..

जनज्वार। महिला कार्यकर्ताओं, अधिकार समूहों और महिलावादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला खत लिखा है जिसमें उन्होंने भाजपा नेताओं के द्वारा हिंसा और बलात्कार की धमकियों पर चुप्पी तोड़ने और निंदा करने का आग्रह किया है।

कुल 175 हस्ताक्षरों के साथ प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि यह किस तरह की सांप्रदायिक नफरत और डर है। आप सरकार के मुखिया के रुप में प्रोत्साहित कर रहे हैं कि सभी समुदायों की महिलाओं को और अधिक असुरक्षा और खतरे का अहसास कराया जा रहा है?

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भाजपा को वोट दो या तुम्हारा बलात्कार हो जाएगा, क्या दिल्ली की महिलाओं को आपका यही चुनावी संदेश है? क्या आपकी सरकार इतनी विफल हो गई है? महिलाएं बलात्कार मतलब समझती हैं प्रधानमंत्री जी। न्याय तक कम पहुंच और आपकी सरकार के बेटी बचाओं के नारे के बावजूद हमारे शरीर हिंसा को झेल रहा है। हमारे दर्द और भय के इतिहास को ध्वस्त करने के इस विभाजनकारी और सस्ते प्रयास की हम निंदा करते हैं।

न्होंने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र से हिंसा और घृणा फैलाने वाले भाषण के खिलाफ बोलने और दंड संहिता के प्रासंगिक आपराधिक प्रावधानों के तहत हिंसा फैलाने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं कार्रवाई का आग्रह किया है। पत्र में दिल्ली चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा, संविधान की गरिमा बनाए रखने का अनुरोध किया गया है।

त्र में महिला अधिकार समूहों ने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा अपने समर्थकों से सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शनकर रही महिलाओं पर हिंसा करने की अपील किए जाने से एक प्रकार से हिंसा का माहौल बना दिया गया है।

Full View में अर्थशास्त्री देवकी जैन, शिल्पकार लैला तैयबजी, भारत की पूर्व राजदूत मधु भादुड़ी, योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद, नारीवादी इतिहासकार उमा चक्रवर्ती, अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ, मुस्लिम महिला मंच जैसे समूह शामिल हैं।

ता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम दिल्ली भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा था कि अगर शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा तो प्रदर्शनकारी आपके घरों में घुस सकते हैं और आपकी बहन-बेटियों को बलात्कार कर सकते हैं।

प्रवेश वर्मा ने आगे कहा था कि अरविंद केजरीवाल भी ये कहते हैं कि वे शाहीन बाग के साथ हैं और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी ये कहते हैं कि वे शाहीन बाग के साथ हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थीय़ वहां पर जो कश्मीरी पंडित हैं, उनकी बहन-बेटियों के साथ रेप हुआ था।

विवादित बयानों के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी पीछे नहीं रहे। रिठाला से भाजपा के उम्मीदवार मनीष चौधरी के समर्थन में एक जनसभा में ठाकुर ने शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन और कथित देश विरोधी नारों से विपक्षी पार्टियों को जोड़ा और भीड़ से विवादित नारे लगाने को कहा था।

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हीं दिल्ली में भाजपा के उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। रविवार 2 जनवरी को योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शाहीन बाग में जारी विरोध प्रदर्शन के नाम पर दि्लील में अव्यवस्था फैलायी जा रही है।

Full View आदित्यनाथ ने कहा कि भक्त कभी दंगा फैलाने में भरोसा नहीं करते, हम कांवड़ियों को सुरक्षा की गारंटी देंगे। जो लोग कांवड़ियों का विरोध करते हैं, उन्हें पुलिस की गोलियों का सामना करना पड़ेगा। योगी ने कहा कि बोली का नहीं, पुलिस की गोली का सामना करना पड़ेगा।

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