कुंभ में फूट रहा है कोरोना बम लेकिन नहीं लगेगी रोक, हरिद्वार में 3 हजार से ज्यादा कोविड पॉजिटिव
सिर्फ 10 से 12 अप्रैल के बीच 3 दिन में 1278 लोग कुंभ मेला हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, लेकिन सरकार मेले का खत्म करने को तैयार नहीं है...
उत्तराखंड के हरिद्वार में लगे कुंभ मेला में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या को आम जनता 'कोरोना बम' का नाम दे रही है, लेकिन केंद्र और उत्तराखंड सरकार श्रद्धालुओं के नाम पर कुंभ के समयावधि को कम करने को तैयार नहीं हैं। पिछले पांच दिनों यानी 10 से 14 अप्रैल के बीच हरिद्वार में 2167 पॉजिटिव केस मिले हैं, वहीं केवल बुधवार को 525 नए मामले कोरोना पॉजिटिव दर्ज हुए हैं। अबतक कुल 3179 पॉजिटिव केस हरिद्वार में मिल चुके हैं।
न्यूज टीवी चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए हरिद्वार के जिलाधिकारी और मेला प्रभारी दीपक रावत ने कहा है कि कुंभ की समयावधि को कम करने की जानकारी मुझे नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि कुंभ जनवरी से ही शुरू होने वाला था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ही इसे अप्रैल में आरंभ किया गया।
Tali bajao folks and bang the pots too. And don't forget to do a Kumbh Snan. A leader, chief minister of Gods own party says it's cool and there is holy protection!!
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) April 15, 2021
सरकार के इस बेपरवाह रवैए को देखते हुए सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर Dr. Mahipal Singh Rathore @MahipalRathore लिखते हैं, 'हम रहेंगे तो धर्म भी रहेगा।' मीडिया रपटों के अनुसार सिर्फ कल बुधवार 'शाही स्नान' के दिन के 2 बजे तक करीब 9 लाख श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे।
While lakhs allowed to gather at #KumbhMela the Centre told Delhi High Court on Monday they cannot allow more than 20 in Nizamuddin Markaz. HC rejected that. Now Centre saying no gathering or congregation can be permitted.
— Sanjukta Basu (@sanjukta) April 14, 2021
Aprox 30 lakh permitted in Kumbh Mela.
इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की, जिसमें हरिद्वार में प्रत्येक दिन 50,000 परीक्षण करने के आदेश पर राहत मांगी गई है। राज्य सरकार ने यह राहत उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित मानक यानी प्रतिदिन 50 हजार टेस्ट के आदेश को लेकर मांगे हैं। उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कोर्ट को बताया कि प्रशासन 12 से 14 अप्रैल के बीच सिर्फ 39 हजार टेस्ट करवाने में ही सक्षम हो सका है। उन्होंने सरकार के अक्षमता जाहिर करते हुए बताया कि जिस तरह मेले में लोगों का रेला आ रहा है वैसे 50 हजार जांच रोज संभव नहीं है।