फैक्ट चेक : क्या माता मनसा देवी मंदिर ने हरियाणा कोरोना राहत कोष को दिये 10 करोड़ रुपये?
जनज्वार डेस्क। कोरोना महामारी के बीच सोशल मीडिया पर एक बैंक चेक तेजी से वायरल हो रहा है। यह चेक भारतीय स्टेट बैंक का बताया जा रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड की ओर से दस करोड़ रुपये हरियाणा कोरोना राहत कोष को दिया गया। इस चेक के साथ ही सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि ये उनके लिए है जो कहते हैं मंदिर क्यों बनवाते हो।
आइए इसका फैक्ट चेक जानते हैं। इस चेक को देखते ही सबसे पहले आपकी नजर उस बॉक्स पर जाएगी जहां चेक की तारीख लिखी हुई है। चेक पर 21 अप्रैल 2020 की तारीख लिखी है। इस चेक को हाल में कोरोना आपदा के बीच मदद के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। इसकी हकीकत जानते हैं।
दरअसल साल 2020 में केंद्र सरकार के पर्यटन विभाग ने माता मनसा देवी और गुरुद्वारा नाडा साहिब को धार्मिक पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करने के नाम पर 49 करोड़ 51 लाख 70 हजार रुपये का बजट मंजूर किया गया था, जिसमें से 10 करोड़ रुपये पंचकूला प्रशासन के पास को दिए गए थे।
तब हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष व पंचकूला से विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने इसे पंचकूला के विकास में मील का पत्थर बताते कहा था कि इस योजना से पर्यटन कारोबार आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के इंजन के तौर पर उभरेगा।
ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया था कि इसके तहत अब केंद्र माता मनसा देवी और गुरुद्वारा नाडा साहिब का विकास करवाएगा। माता मनसा देवी मंदिर परिसर में एक करोड़ 11 लाख 22 हजार की लागत से प्लाजा विकसित किया जाएगा, जिसमें अनेक प्रकार के फूलों और सोविनर की दुकानें होंगी। माता का दरबार बनेगा और भव्य इतना ही नहीं, माता के दरबार की भव्यता को बढ़ाने का खाका भी प्रशासन तैयार कर चुका है। दरबार के अग्रभाग की सुंदरता बढ़ाने के लिए यहां दो करोड़ 63 लाख रुपयों से साज-सज्जा की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया था कि शहर में संस्कृत महाविद्यालय भी जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। अब धार्मिक स्थलों के विकास में रूचि दिखाकर केंद्र सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया है। इस बजट का 20 फीसद हिस्सा पंचकूला प्रशासन को मिल चुका है, जिससे यहां विकास कार्य शुरू हो चुके हैं।
दूसरा हमने हरियाणा सरकार की तमाम आधिकारिक वेबसाइट्स को भी खंगाला लेकिन कहीं भी माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड की ओर से डोनेशन करने का जिक्र नहीं है। यहां तक कि हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय और राजभवन की आधिकारिक वेबसाइट्स पर इस डोनेशन का कोई जिक्र नहीं है। वहां पर भी केवल डोनेशन की अपील की गई है। अत: यह साबित होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह पोस्ट फर्जी है।