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Karauli News: सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान ने फिर से शुरू किया जवाबदेही यात्रा, करौली जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा में लोगों की शिकायतें लिखीं

Janjwar Desk
12 Sep 2022 10:16 AM GMT
Karauli News: सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान ने फिर से शुरू किया जवाबदेही यात्रा, करौली जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा में लोगों की शिकायतें लिखीं
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Karauli News: सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान ने फिर से शुरू किया जवाबदेही यात्रा, करौली जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा में लोगों की शिकायतें लिखीं

Karauli News: सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान द्वारा फिर से शुरू की गई द्वितीय जवाबदेही यात्रा आज करौली जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा की ओर से करौली के बाजारों में रैली निकाली और लोगों की शिकायतें लिखीं। यात्रा की शुरुआत रैली से हुई और फिर यह जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचकर सभा में बदल गई जहां पर कई लोगों ने संबोधित किया।

Karauli News: सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान द्वारा फिर से शुरू की गई द्वितीय जवाबदेही यात्रा आज करौली जिला मुख्यालय पर पहुंची यहां पर यात्रा की ओर से करौली के बाजारों में रैली निकाली और लोगों की शिकायतें लिखीं। यात्रा की शुरुआत रैली से हुई और फिर यह जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचकर सभा में बदल गई जहां पर कई लोगों ने संबोधित किया।

सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान से जुड़े निखिल डे कहा कि जवाबदेही कानून आरटीआई पार्ट- 2 है, यदि यह कानून आएगा तो सरकारें जवाबदेह बनेंगी और जनता का काम समय पर होगा। डांग विकास संस्थान से जुड़े विकास भारद्वाज ने कहा कि सिलिकोसिस पीड़ित आज भी सहायता के लिए चक्कर लगा रहे हैं इन्हें तुरंत राहत प्रदान की जाए और जो भी लंबित मामले हैं उन्हें निपटाया जाए।

सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान राजस्थान से जुड़े आदेश भाई परेशान ने कहा कि आज आम लोग अपने छोटे छोटे काम के लिए चक्कर लगा रहे हैं लेकिन सरकारी कर्मचारी उनकी सुनते नहीं हैं, सरकारी कार्मिकों की जवाबदेही तय होनी चाहिए जिससे लोगों के काम समय पर हों।


जिला कलेक्ट्रेट के बाहर लगाया शिकायत मेला

जिला कलेक्ट्रेट करौली के बाहर शिकायत के लिए कैंप लगाया जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग आए और उन्होंने अपनी शिकायतें लिखाई। गुलाब बाग तिराहे से जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली रैली:- जवाबदेही आन्दोलन की ओर से गुलाब बाग तिराहे से रैली की शुरुआत की जो टीवी अस्पताल,सब्जी मंडी, मुख्य बाजार होते हुए वजीरपुर गेट होते हुए जिला कलेक्टर कार्यलाय पहुंची जिसमें लोगों ने रैली में जवाबदेही कानून पास करो, सवाल है- सवाल है, जवाब दो- जवाब दो के नारे लगाये.जवाबदेही यात्रा के प्रति करौली के बाजारों में लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।

यात्रा के स्वयंसेवकों ने बांटे पर्चे

जवाबदेही यात्रा से जुड़े स्वयंसेवक माया, अक्षत, संजीदा, जितेंद्र, सुरेश, आदि ने कानून और जवाबदेही कानून किसलिए को लेकर पर्चे बांटे। करौली कलेक्ट्रेट के बाहर यात्रा के स्वयंसेवकों ने लिखी शिकायतें, शिकायतों का मेला नजर आया। जवाबदेही यात्रा के शक्ति सिंह, नरपत, ठाकुर, रमेश, संजीदा, माया आदि ने लोगों की शिकायतें लिखीं जिन्हें जिला कलेक्टर को सौंपा गया और इन्हें जवाबदेही यात्रा के इवेंट में दर्ज कर कार्यवाही शुरू की जायेगी। आज जिला कलेक्ट्रेट के बाहर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शिकायत लिखाने के लिए।

जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक और विभिन्न शिकायतों पर प्रशासन की जवाबदेही पर बात हुई:- जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, मुख्य कार्यकारी, अतिरिक जिला कलेक्टर परसराम मीना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, जिला शिक्षा अधिकारी, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।और अभियान की ओर से निखिल डे, पारस बंजारा, आदेश भाई परेशान, विकास भारद्वाज, कमला चतुर्वेद, राजेश शर्मा, कमल कुमार, मुकेश निर्वासित, रेहाना बानो, शक्ति सिंह,मोहनराम, संदीप, रेहाना बानो, मोहनलाल, द्रोपदी आदि ने मुद्दे रखे। सबसे पहले प्रशासन गाँव और शहर के संग प्रकरणों की प्रगति, सिलिकोसिस, पालनहार, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, महात्मा गाँधी नरेगा में काम और रिजेक्ट पेमेंट, स्कूलों में खेल मैंदान और उन पर स्कूल का कब्ज़ा, स्कूलों और अस्पतालों में स्टाफ, शहरी रोज़गार गारंटी योजना, घुमंतुओं के लिए नए कार्यों और पट्टों सहित कई अन्य योजनाओं पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।

जिला प्रशासन ने दिया उचित कार्यवाही करने का आश्वासन: जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, अतिरिक्त जिला कलेक्टर श्री परसराम मीना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों ने समस्याओं को बहुत ही गंभीरता से सुना और सभी शिकायतों पर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया. कुछ समस्याओं के संबंध में मौके पर ही अधिकारियों को निर्देशित किया।


रैली को किया संबोधित

कमला चतुर्वेद, आशीष, पारस बंजारा, कमल कुमार, रेहाना बानो, संदीप, संजीदा आदि ने भी संबोधित किया।कल जवाबदेही यात्रा धौलपुर जिले में: कल जवाबदेही यात्रा अगले जिले के पड़ाव में धौलपुर जिले में रहेगी। सरमथुरा में रात्रि विश्राम के बाद रैली करेगी और आगे के लिए प्रस्थान करेगी।

क्या है जवाबदेही कानून और क्यों की जा रही है इसकी मांग

पिछले एक दशक से भी अधिक समय से जवाबदेही कानून की मांग राज्य में की जा रही है. गौरतलब है कि सूचना का अधिकार, महात्मा गाँधी नरेगा, सामाजिक अंकेक्षण जैसे कानून और प्रयासों के लिए राजस्थान से आन्दोलन की शुरुआत हुई और ये कानून बने और पूरे देश में फैले. जवाबदेही कानून आरटीआई पार्ट-2 है, जो पारदर्शिता से जवाबदेही की ओर ले जायेगा. ये कानून राज्य में लोकसेवकों की जनता के प्रति जवाबदेही स्थापित करेगा.

2018 में राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि वे जवाबदेही कानून लाएंगेI काँग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रामलुभाया के नेतृत्व में कानून का मसौदा बनाये जाने और अपने सिफारिश देने के लिए समिति बनाई, जिसने कानूनी मसोदा जनवरी 2020 में प्रस्तुत कर दिया थाI मुख्यमंत्री ने 2022-23 के बजट में पुनः जवाबदेही कानून लाने की घोषणा की है लेकिन आज दिन तक उस कानून के मसौदे को विधानसभा के पटल पर नहीं रखा गयाI

आपको ज्ञात है कि 33 जिलों में जा रही यात्रा का संयोजन सूचना एवं रोज़गार अधिकार अभियान राजस्थान ( एस आर अभियान) कर रहा है जो लगभग 80 सामाजिक आंदोलनों, अभियानों व संगठनों का सामूहिक मंच है I यह अभियान पिछले 17 वर्षों से जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दे उठाता रहा है और उन पर जवाबदेही की मांग करता रहा है. आप सभी जानते हैं कि इसी वर्ष 5 जनवरी 2022 को कोविड के मामले बढ़ने की वजह से इस दूसरी जवाबदेही यात्रा को कोटा में स्थगित करना पड़ा था. पूर्व में की घोषणा के अनुरूप आज वापस यात्रा इसी कोटा शहर से शुरू हो रही है।

ज्ञात हो की 2015-16 में एस आर अभियान द्वारा राजस्थान के सभी 33 ज़िलों में 100 दिन की पहली जावाबदेही यात्रा निकाली गयी थी। यात्रा के दौरान अभियान द्वारा लगभग 10,000 शिकायतों का पंजीकरण किया गया जिन्हें राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर भी डाला गया था और उनके पीछा किया गया था। इसके बाद जयपुर में 22 दिन का जावाबदेही धरना लगाया गया और सरकार से तुरंत यह क़ानून पारित करने की माँग की गयी ताकि लाखों लोगों के मूलभूत अधिकारों के हो रहे उल्लंघन को रोका जा सके।

शंकर सिंह, श्याम लाल, वकताराम, ऋचा औदिच्य, चन्द्रकला, रणछोड़ देवासी, भँवर मेघवंशी, नरसाराम, लाडूराम, लखमाराम, ताराचंद वर्मा, चेतनराम, रावतराम, मोहनराम, तोलाराम, अनीता सोनी, प्रेम कँवर डांगी, मनीषा, पप्पूराम, नौरतमल, कमल कुमार, पारस बंजारा, विनीत भाम्भू,मुकेश निर्वासित, मूलचंद तथा अभियान के अन्य सभी साथी।

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