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यह कैसा लोकतंत्र है जहां वनग्राम की जनता सांसद-विधायक तो चुन सकती है, मगर ग्राम प्रधान और वीडीसी चुनने का नहीं अधिकार !

Janjwar Desk
29 Jan 2025 6:29 PM IST
यह कैसा लोकतंत्र है जहां वनग्राम की जनता सांसद-विधायक तो चुन सकती है, मगर ग्राम प्रधान और वीडीसी चुनने का नहीं अधिकार !
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उत्तराखंड में लाखों लोग वन भूमि पर निवास कर रहे हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह वन अधिकार कानून के तहत वनग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाए, परंतु राजनीतिक दल वन भूमि पर निवास कर रही जनता को राजस्व ग्राम का अधिकार देने की जगह उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं...

Ramnagar news : रामनगर स्थित देवीचौड़ा खत्ता व वन ग्राम सुन्दरखाल को वनाधिकार कानून 2006 के अंतर्गत राजस्व ग्राम बनाए जाने को लेकर वन ग्राम समिति के गठन को लेकर सहायक समाज कल्याण अधिकारी इंद्रजीत गौतम व ग्राम पंचायत अधिकारी उमेश जोशी की उपस्थिति में प्राइमरी स्कूल सुंदरखाल में ग्रामीणों की बैठक आयोजित हुई।

बैठक में वर्षों से क्षेत्र में निवास कर रहे ग्रामीणों को मुख्यधारा में शामिल करने व अपनी भूमि पर अधिकार प्राप्त करने के लिए सर्वसम्मति से 15 सदस्यीय ग्राम वन समिति का चुनाव किया गया, जिसमें प्रेम राम को अध्यक्ष, नन्द किशोर को सचिव तथा मंजू देवी, सोनी देवी, जैतूली देवी, मधुली देवी, इंद्रलाल, चंद्रावती, पूरन राम, उत्तम चंद्र, कमला देवी, मीरा देवी, खीमराम, पूरन राम व जगदीश चंद्र को सदस्य चुना गया।

बैठक में रामगढ़ से पहुंचे वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के गोपाल लोदियाल ने बताया कि वन अधिकार कानून 2006 पिछली तीन पीढ़ियों से वन क्षेत्र में निवास कर रहे लोगों को चार हेक्टेयर तक भूमि पर मालिकाना हक, वन उत्पादों को इस्तेमाल करने तथा राजस्व ग्राम बनाने का अधिकार देता है। इसी कानून के अंतर्गत रामपुर, चोपड़ा, लेटी बिंदुखत्ता आदि गांवों को राजस्व ग्राम बनाए जाने की प्रक्रिया अपनाई गई है।

समाजवादी लोकमंच के संयोजक मुनीष कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में लाखों लोग वन भूमि पर निवास कर रहे हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह वन अधिकार कानून के तहत वनग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाए, परंतु राजनीतिक दल वन भूमि पर निवास कर रही जनता को राजस्व ग्राम का अधिकार देने की जगह उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।

महिला एकता मंच की कौशल्या ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है, जिसमें वनग्राम के लोग सांसद और विधायक तो चुन सकते हैं, परंतु उन्हें ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान व वीडीसी सदस्य आदि चुनने एवं चुने जाने के अधिकार से वंचित रखा गया है।

नवनियुक्त अध्यक्ष प्रेम राम ने रामनगर एसडीएम, सहायक समाज कल्याण अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि प्रशासन सुंदरखाल व देवी चौड़ाखत्ता में बरसों से निवास कर रहे लोगों को मुख्यधारा में शामिल करने व उनके गांव को राजस्व ग्राम बनाने में अपना सहयोग आगे भी जारी रखेगा।

बैठक में रेवाराम, ललित उप्रेती, सरस्वती, जानकी लोहिया, मालती देवी, तुलसी, मधु देवी, चन्द्रकिशोर, सरिता, संतोषी लक्ष्मी, पूजा, केशव चन्द्र, समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने भागीदारी की। अध्यक्षता पूरन राम ने की।

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