थैंक्यू मोदीजी : प्रचार से बचते प्रधानमंत्री को 'Thank you' बोलने के लिए BJP शासित राज्यों ने फूंकी 18 करोड़ से ज्यादा रकम
थैंक्यू मोदीजी : प्रचार से बचते प्रधानमंत्री को 'Thank you' बोलने के लिए BJP शासित राज्यों ने फूंकी 18 करोड़ से ज्यादा रकम
Thank you Modiji campaign: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभी कुछ दिनों पहले बयान आया था कि 'अगर वे चाहते तो करोड़ों रूपये के विज्ञापन छपवा सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं।' लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है वह बहुत कुछ तो नहीं लेकिन इतना जरूर खोलती है कि जब देश कोरोना संकट से जूझ रहा था, तब भाजपा शासित राज्यों के मुखिया 'थैंक्यू मोदीजी' के नाम का कैंपेन चला रहे थे।
इस कैंपेन पर प्रधानमंत्री (Prime Minister) का प्रचार करने के लिए 18 करोड़ रूपये से ज्यादा की रकम खर्च की गई। यह रकम एकमुश्त ना होकर अलग-अगल राज्यों के सरकारी खजानों से खर्चे का योग है। ये रकम सिर्फ कोरोना पीरियड में खर्चा की गई। इसके अलावा जोड़ा जाए, और सरकार अगर डाटा दे तो खर्चे की गिनती करने के लिए मशीनें लगवानी पड़ेंगी। लेकिन हमारे पीएम महान हैं। दूसरों से अपना विज्ञापन करवाकर खुद हाथ साफ रखते हैं।
गुजरात और दिल्ली दोनों ही जगह इस वक्त चुनाव का मौसम है। दिल्ली की ही अगर बात करें तो बीजेपी ने कई जगहों पर बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगवाई हैं। जिसमें लिखा है, 'सेवा ही विचार, नहीं खोखले प्रचार' मतलब पार्टी और उसके नेता सेवा में ही विश्वास रखते हैं, खोखले प्रचार नहीं करते। लेकिन अगर कोरोना महामारी की बात करें तो तमाम राज्यों की जो तस्वीर निकलकर आती है वो इस जैसे दावों की बखिया उधेड़ देती है।
RTI के जवाब से मिली जानकारी के मुताबिक गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश समेत तमाम भाजपा शासित राज्यों में विभिन्न योजनाओं के लागू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देने के लिए 18 करोड़ 3 लाख 89 हजार 252 रूपये खर्च किये हैं।
BJP की तरफ से कहा गया है कि इन सब मामलों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। जबकि विज्ञापन मामले में सभी भाजपा शासित राज्यों की सरकारों ने जवाब देने में अपना बचाव किया है। कानूनी जानकारी इसे अजीबोगरीब करार देते हैं। और आश्चर्य जताते हैं कि राज्य सरकारें प्रधानमंत्री को संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने के लिए थैंक्यू बोलती हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा और कर्नाटक की राज्य सरकारों ने कोरोना महामारी के दौरान सभी के लिए मुफ्त वैक्सीन थैंक्स मोदीजी विज्ञापन जारी करने के लिए करोड़ों रूपये खर्च किये। मिली जानकारी के अनुसार गुजरात सरकार ने दो करोड़ 10 लाख रूपये, उत्तराखंड सरकार ने दो करोड़ 42 लाख रूपये, हरियाणा सरकार ने एक करोड़ 37 लाख रूपये और कर्नाटक सरकार ने दो करोड़ 19 लाख रूपये खर्च किये।
भारत के जाने माने लॉ स्कूल, नेशनल लॉ स्कूल ऑप इंडिया में कानूनी विशेषज्ञ और सहायक प्रोफेसर नंदिता बत्रा ने थैंक्यू मोदीजी के विज्ञापनों को आश्चर्यजनक करार दिया है। उन्होंने थैंक्यू मोदीजी विज्ञापनों को देश की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर चल रही व्यक्तिवादी राजनीति का विस्तार करार दिया।