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Ahmedabad Air Pollution News : "गुजरात मॉडल" के सबसे चमचमाते शहर की जहरीली हवा बच्चों को कर रही है बीमार, स्टडी में खुलासा

Janjwar Desk
30 May 2022 12:03 PM IST
Air Pollution News : गुजरात मॉडल के सबसे चमचमाते इस शहर की जहरीली हवा बच्चों को कर रही है बीमार, स्टडी में खुलासा
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Air Pollution News : "गुजरात मॉडल" के सबसे चमचमाते इस शहर की जहरीली हवा बच्चों को कर रही है बीमार, स्टडी में खुलासा

Ahmedabad Air Pollution News : अहमदाबाद शहर की एयर क्वालिटी पर एक संस्था ने लगातार 18 महीने तक स्टडी की है। अस्पताल में इलाज के लिए आए 12635 बच्चों में से करीब 2700 बच्चे 6 साल से कम उम्र के थे। यह कुल बीमार बच्चों का 21% हिस्सा है। वायु प्रदूषण की वजह से इन शिशुओं में सांस लेने की समस्या के साथ गंभीर इंफेक्शन की शिकायत भी देखी गयी है...

Ahmedabad Air Pollution News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल का सबसे चमचमाता शहर (Air Pollution News) और गुजरात की राजधानी अहमदाबाद फिलहाल अपनी खराब हवा के बच्चों के लिए सबसे असुरक्षित शहर बन गया है। हाल ही में इस शहर के बारे में एक रिपोर्ट सामने आयी है, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गयी है। हाल ही में किए गए एक अध्ययन की रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद शहर हमारे बच्चों को अपनी खराब एयर क्वालिटी के कारण बीमार कर रहा है। ऐसे में शहर का एयर पॉल्यूशन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए चिंता की बड़ी वजह बन गया है।

आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में 6 साल से कम उम्र के बच्चों पर अहमदाबाद शहर (Air Pollution News) की हवा का असर पड़ने के बारे में पहली बार एक अध्ययन किया गया है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार एक पब्लिक हॉस्पिटल से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक नवजात और शिशुओं पर पीएम 2.5 से संबंधित प्रदूषण का गंभीर असर देखा गया है।

अहमदाबाद शहर की एयर क्वालिटी पर एक संस्था ने लगातार 18 महीने तक स्टडी की है। अस्पताल में इलाज के लिए आए 12635 बच्चों में से करीब 2700 बच्चे 6 साल से कम उम्र के थे। यह कुल बीमार बच्चों का 21 फ़ीसदी हिस्सा है। वायु प्रदूषण की वजह से इन शिशुओं में सांस लेने की समस्या के साथ गंभीर इंफेक्शन की शिकायत भी देखी गयी है।

एएमसी मेडिकल एजुकेशन ट्रस्ट और एलजी हॉस्पिटल (Air Pollution News) की जानी-मानी डॉक्टर ख्याति कक्कड़ के नेतृत्व में अध्ययन कर यह रिपोर्ट तैयार की गयी है। इस स्टडी में कई विशेषज्ञों ने अपना योगदान दिया है। इस स्टडी में पाया गया है कि 2700 बच्चों में से 30 फ़ीसदी से अधिक तंबाकू के धुएं के कारण बीमार हुए हैं।

इसके साथ ही इस स्टडी में यह बात भी सामने आयी है कि बीमार बच्चों में से 75% मुख्य सड़क से 500 मीटर के दायरे में रहते हैं। इन बच्चों के स्वास्थ्य पर वाहनों से निकलने वाले धुएं की वजह से असर पड़ता है। अस्पताल में इलाज के लिए आए बच्चों में से करीब 12 प्रतिशत घर के भीतर ही प्रदूषण के कारण बीमार पड़े थे।

अस्पताल में इलाज भर्ती किए गए बच्चों में से 25 प्रतिशत बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से कमजोर व बहुत गरीब थे। वे कच्चे घरों में रहते थे। इनमें से 20 फ़ीसदी बच्चों के घरों में सिर्फ एक खिड़की थी। अगर छोटे बच्चों के अस्पताल में इलाज होने के मामले की बात करें तो करीब 2700 बच्चों में सांस से जुड़ी समस्याएं (Air Pollution News) थीं, जिनमें से 1600 बच्चे यानी तकरीबन 60 प्रतिशत बच्चे व्हीजिंग डिसऑर्डर के शिकार थे और करीब 40 फ़ीसदी बच्चे नॉन व्हीजिंग डिसऑर्डर के शिकार थे।

इस स्टडी में यह भी कहा गया है कि कि नवजात शिशुओं को पीएम 2.5 के प्रदूषण (Air Pollution News) के मामले में प्रति क्यूबिक मीटर 15 माइक्रोग्राम्स के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए। अहमदाबाद (Air Pollution News) में प्रति क्यूबिक मीटर स्थान में पीएम 2.5 की मात्रा 80.27 माइक्रोग्राम पाई गई है।

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