Who is Reena Kashyap : कौन हैं हिमाचल में जीत हासिल करने वाली अकेली महिला विधायक रीना कश्यप ?
Who is Reen Kashyap, कौन हैं हिमाचल में जीत हासिल करने वाली अकेली महिला विधायक रीन कश्यप?
Himachal pradesh Assembly Election Result 2022 : हिमाचल महिला मतदाताओं की संख्या 49 फीसदी है लेकिन 68 सीटों में से सिर्फ एक पर महिला प्रत्याशी को चुनावी जीत हाशिल करने में सफलता मिली है। 2017 में चार महिला विधायक चुनाव जीती थीं। इस बार चारों चुनाव हार गईं लेकिन जिस महिला ने सबको चौंकाने वाला काम किया है उनका नाम रीना कश्यप ( Reena kashyap ) है। उन्हें भाजपा ( BJP ) ने टिकट देकर मैदान में उतारा था। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव चुनाव में अलग-अलग पार्टियों ने कुल मिलाकर 24 महिलाओं को टिकट दिया था।
इस जीत के साथ पच्छाद विधानसभा सीट से पहली महिला विधायक बनने का रिकॉर्ड भी रीना कश्यप के नाम जुड़ गया है। उन्होंने 2019 में हुए उपचुनाव में इस सीट से जीत दर्ज की थी। रीना कश्यप ने कांग्रेस के गंगू राम मुसाफिर को कड़े मुकाबले में 2808 मतों के अंतर से हरा दिया। वहीं भाजपा से बागी होकर मैदान में उतरी दयाल प्यारी का प्रदर्शन भी शानदार रहा। भले ही वह तीसरे स्थान पर रहीं लेकिन भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी कर 11,698 मत हासिल करने में सफलता हासिल की। रीना को 40.85 फीसदी वोट पड़े।
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को संपन्न विधानसभा चुनावों में महिलाओं का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। 24 महिलाओं में से सिर्फ एक ने जीत हासिल की। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषण में महिलाओं के बारे में जिक्र किया। फिलहाल, हिमाचल प्रदेश में जिस महिला उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है, उनका नाम रीना कश्यप है। खास बात ये है कि वो बीजेपी पार्टी से जीती हैं। उन्होंने पच्छाद विधानसभा सीट से यह जीत हासिल की है। यह एससी सीट है।
पच्छाद का समग्र विकास मेरी प्राथमिकता
चुनाव जीतने के बाद रीना कश्यप ने कहा कि पच्छाद का विकास उनकी प्राथमिकता रहेगी। पच्छाद में सड़कों, पेयजल, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के लिए वह भरसक प्रयास करेंगी। उन्होंने विधानसभा उपचुनाव में टिकट देने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पच्छाद का समग्र विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी ।
5 साल पहले 4 महिला प्रत्याशी जीती थीं चुनाव
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017 में 4 महिला उम्मीदवार विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रही थीं। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री और कांगड़ा के शाहपुर से चार बार विधायक रहीं सरवीन चौधरी, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और डलहौजी से 6 बार की विधायक आशा कुमारी, इंदौरा से बीजेपी विधायक रीता धीमान, मंडी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर चुनाव हार गई हैं। बता दें कि आशा कुमारी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल थीं।
हिमाचल में महिला मतदाताओं की संख्या 49%
हिमाचल में कुल मतदाताओं में करीब 49 प्रतिशत संख्या महिला मतदाताओं की है। 1998 के चुनावों के बाद से महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक रहा है और ये सिलसिला पिछले 5 चुनावों से जारी रहा है। इस बार हुए विधानसभा चुनाव में महिलाओं का वोटिंग पर्सेंटेज 76.8 प्रतिशत रहा जबकि पुरुषों की वोटिंग शेयरिंग 72.4 प्रतिशत रही।