JPSC Mains Result 2022: जेपीएससी का परीक्षा परिणाम में तीन मंत्रियों के बेटे-बेटियों के पास होने पर उठने लगे सवाल, पूर्व सीएम ने ट्वीट कर लगाया आरोप; जानिए पूरा मामला
JPSC Mains Result 2022: जेपीएससी का परीक्षा परिणाम में तीन मंत्रियों के बेटे-बेटियों के पास होने पर उठने लगे सवाल, पूर्व सीएम ने ट्वीट कर लगाया आरोप; जानिए पूरा मामला
JPSC Mains Result 2022 : झारखंड लोक सेवा आयोग (Jharkhand Public Service Commission) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (Civil Services Mains) का परिणाम आ गया है। परीक्षा परिणाम आयोग की आधिकारिक वेबसाइट (Official Website) पर jpsc.gov.in पर घोषित किया गया है। रिजल्ट के साथ चयनित उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट (Merit List) भी अपलोड की गई है। इसके तहत कुल 802 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए हैं। लिखित परीक्षा में क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल होंगे। इंटरव्यू का आयोजन आयोग कार्यालय में 9 मई से 16 मई तक आयोजित होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के ट्वीट के बाद गरमायी राजनीति
अब इस मेरिट लिस्ट को लेकर झारखंड की राजनीति भी गरमाने लगी है। जेपीएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया से जानकारी मिल रही है कि आज जेपीएससी के रिज़ल्ट में जमकर मनमानी और धांधली हुई है। योग्य बेरोज़गारों की कीमत पर तीन-तीन मंत्रियों के बाल-बच्चे पास करा दिये गये हैं।
सोशल मीडिया से जानकारी मिल रही है कि आज जेपीएससी के रिज़ल्ट में जमकर मनमानी और धाँधली हुई है। योग्य बेरोज़गारों की क़ीमत पर तीन-तीन मंत्रियों के बाल-बच्चे पास करा दिये गये हैं।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) May 2, 2022
छात्रों ने मुझे पहले भी बताया था कि रिज़ल्ट रिज़ल्ट निकालने में भारी अनियमितता की तैयारी हो रही है।
खबरों के मुताबिक इस बार की परीक्षा में झारखंड के तीन-तीन मंत्रियों के बेटे-बेटियों को परीक्षा में पास करा दिया गया है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक इस बार के परीक्षा परिणाम में झारखंड सरकार में मंत्री जगरनाथ महतो की पुत्री, वहीं सत्यानंद भोक्ता के बेटे और आलमगीर आलम के बेटे और बेटी दोनों पास हो गए हैं। परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद कई लोगों ने जेपीएससी परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने के आरोप लगाने शुरू कर दिए है।
बाबू लाल मरांडी के ट्वीट करने के बाद एक ट्विटर यूजर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि अब तो Result भी आ गया और आपको पहले से खबर भी था। अब देखना है आप और आपका दल योग्य छात्रों को कैसे न्याय दिलवा पाता है। यदि इसलिए केवल ट्वीट किए हैं कि यह एक राजनैतिक विवशता और लोकाचार है तब कोई बात नही। अगर ऐसा नहीं है तो छात्रों के साथ इंसाफ में हर मोर्चे पर विपक्षी दल और नेता के रूप में साथ दीजिए।
हमेशा विवादों में रही है जेपीएससी परीक्षा
आपको बता दें झाखंड पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा हमेशा से विवादों में रही है। पूर्व में परीक्षा से जुड़े के मामले झारखंड हाईकोर्ट के विचाराधीन हैं। झारखंड हाईकोर्ट कई बार इस मामले में राज्य सरकार को फटकार लगा चुका है। कुछ समय पूर्व एक मामले में उच्चतम न्यायलय ने भी सरकार को यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया था।
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की ओर से सातवीं से 10वीं तक की परीक्षा एक साथ ही आयोजित किया गया था। जब इसकी प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम आया था उस वक्त भी प्रारंभिक परीक्षा परिणाम को रद्द करने की मांग की गयी थी। इस दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने रांची के सरर्कुलर रोड स्थित जेपीएससी कार्यालय का घेराव भी किया गया था। अब फाइनल परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद एक बार फिर अभ्यर्थियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है और उनके समर्थन में अब नेता भी कूद पड़े हैं।
आपको बता दें कि इस बार जेपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 11 से 13 मार्च तक रांची के 11 केंद्रों में आयोजित की गई थी। अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच साक्षात्कार से एक दिन पहले आयोग कार्यालय में की जाएगी। इसके लिए 8 मई से 15 मई तक क्रमांक के अनुसार तिथियां तय की गई हैं। साक्षात्कार के अगले दिन अभ्यर्थियों की रांची सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच होगी।
इंटरव्यू में शामिल होनेवाले अभ्यर्थियों को अपने साथ सभी आवश्यक प्रमाणपत्रों की मूल प्रति, दो सेल्फ अटेस्टेट कॉपी, दो पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ और एक फोटोयुक्त पहचान पत्र (मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि में से कोई एक) लेकर जाना होगा। इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए कुल 252 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। ये सिविल सेवा परीक्षा चार वर्षों वर्ष 2017, 2018, 2019 तथा 2020 के लिए के लिए एक साथ हो रही है।
2 मई से उपलब्ध होंगे ई-कॉल लेटर
इंटरव्यू में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को ई-कॉल लेटर आयोग की ओर से जारी किए जाएंगे। ये 2 मई से आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। इसे लॉगिन क्रेडेंशियल के जरिए डाउनलोड कर सकेंगे। उम्मीदवार ध्यान दें कि कॉल लेटर डाक के जरिए नहीं भेजे जाएंगे। इसे डाउनलोड करने में यदि किसी तरह की समस्या आती है तो उम्मीदवार आयोग की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर की मदद ले सकते हैं।