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राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट सबसे ज्यादा, 69 फीसदी मरीज हो रहे हैं स्वस्थ
भोपाल, जनज्वार। मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों के ठीक होने का प्रतिशत 69 फीसदी के करीब है। वहीं कई जिले ऐसे हैं जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बड़ी संख्या में आ रही है। राज्य सरकार ने कोरोना प्रभावित जिलों में ज्यादा सतर्क रहने के साथ आवश्यक एहतियाती कदम उठाने की खास रणनीति पर जो दिया है।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार 10 जून को कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की। जिन जिलों में कोरोना के पॉजिटिव मरीज ज्यादा संख्या में आ रहे हैं, वहां ज्यादा सतर्कता बरतने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जरुरत बताई है।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में वायरस के नियंत्रण में निरंतर सफलता मिल रही है, लेकिन चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टफ और प्रशासनिक अमले को सक्रियता बनाए रखना है विशेष रूप से उन जिलों में लगातार सतर्कता की आवश्यकता है, जहां अभी भी पाजिटिव केस अधिक आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस स्प्रेड न हो, इसके लिए सभी जिलों में आवश्यक सावधानी बरती जाए। इस समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ होने वाले रोगियों का प्रतिशत बढ़कर 68.6 हो गया है जो शुभ संकेत है। समस्त राज्यों में राजस्थान में ही मध्यप्रदेश से अधिक 74 प्रतिशत रिकवरी रेट है। देश का औसत रिकवरी रेट 48.7 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री चौहान ने छिंदवाड़ा और देवास जिलों में वायरस नियंत्रण प्रयासों की अलग से समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि बैंक नोट प्रेस देवास के एक कर्मचारी की छिंदवाड़ा में मृत्यु के बाद एहतियातन छिंदवाड़ा जिले में 32 व्यक्तियों और देवास में 41 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गये। यह व्यक्ति देवास से छिंदवाड़ा पहुंचा था।