मोदी का संबोधन एक बार फिर 5 गुना ज्यादा हुआ डिसलाइक, जनता बोली 'प्रधानसेवक नौकरी दो, इसके बिना नई शिक्षा नीति का क्या लाभ'
जनज्वार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का संबोधन एक बार फिर लाइक से कई गुना अधिक डिसलाइक (Narendra Modi Disliked Again)किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को नई शिक्षा नीति (New Education Policy)पर आयोजित कान्फ्रेंस के उदघाटन सत्र संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को लेकर लोगों को संबोधित किया, जिसकी लाइव स्ट्रीमिंग बीजेपी के आधिकारिक यू ट्यूब चैनल पर किया गया। प्रधानमंत्री के इस संबोधन को लाइक से पांच गुना से भी अधिक लोगों ने शुरुआत में ही डिसलाइक कर दिया और सरकार की नीतियों पर कोमेंट बाॅक्स में सवाल भी उठाया।
LIVE: PM @narendramodi addresses inaugural session of Governors' Conference on National Education Policy via video conferencing. https://t.co/rPaINAGtYW
— BJP (@BJP4India) September 7, 2020
लोगों ने कोमेंट बाॅक्स में लिखा कि नई शिक्षा से क्या फायदा अगर युवाओं को रोजगार ही नहीं मिले तो। धीरज गुप्ता नामक यूजर ने लिखा कि माना कांग्रेस गलत है, पर स्टूडेंट कहां गलत हैं ये बताओ...उसको सजा मिली तो भुगतना तो आपको भी पड़ेगा। अजय थिंड नामक एक यूजर ने लिखा बंद करो जुमले सरकार, युवाओं को चाहिए रोजगार।
आदेश यादव नामक एक यूजर्स ने लाइव स्ट्रीमिंग पर कोमेंट किया, अनइंपलाइमेंट पर बोलिए। गौरव सिंह नाम के एक एक यूजर्स ने लिखा हर बढने वाली चीज दाढी ही नहीं होती, युवाओं में असंतोष भी बढता है। एक व्यक्ति ने लिखा कि युवाओं को रोजगार देने के लिए कुछ कीजिए।
एक यूजर्स ने लिखा, प्रधान सेवक युवा हृदय सम्राट बनने की कोशिश करो। कमर कुमार नामक यूजर्स ने लिखा समय पर चुनाव हो जाता है, लेकिन परीक्षा कभी समय पर नहीं होती है। एक ने लिखा कि सबकुछ वर्चुअल कर दिया है आपलोगों ने इसलिए आपको वास्तविकता नजर नहीं आती है। एक ने लिखा जो सरकार बेरोजगारों की नहीं हो सकती है, वह किसी की नहीं हो सकती है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 30 अगस्त 2020 को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के प्रसारण के दौरान बड़ी संख्या में डिसलाइक का सामना करना पड़ा था। उस दौरान भाजपा, पीएम मोदी व केंद्र सरकार से जुड़े विभिन्न स्ट्रीमिंग माध्यमों पर उसे लाइक से कई गुना अधिक डिसलाइक किया गया था। तब यह बात कही गई थी कि जेईई नीट की परीक्षा लेने और युवाओं के बीच रोजगार संकट के कारण लोगों ने डिसलाइक किया है।