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मायावती से मिलीं प्रियंका गांधी, मां रामरती के निधन पर जताया शोक

Janjwar Desk
14 Nov 2021 10:33 AM GMT
मायावती से मिलीं प्रियंका गांधी, मां रामरती के निधन पर जताया शोक
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(प्रियंका गांधी ने मायावती की मां के निधन पर उनसे मिलकर संवेदना व्यक्त की )

बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती की मां का आज दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया । पिछले कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था।

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। प्रियंका गांधी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती की मां के निधन पर गंभीर संवेदना जताई। कांग्रेस महासचिव ने आज सुबह बसपा नेता से उनके 3 त्यागराज मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की।

मायावती की मांग रामरती 92 साल की थींं शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। पिछले कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था। मां के निधन की सूचना मिलते ही मायावती दिल्ली के लिए रवाना हो गई थीं। बसपा ने एक बयान में कहा कि रविवार को दिल्ली में अंतिम संस्कार किया जाएगा। बसपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि करीब एक साल पहले मायावती के पिता का भी 95 साल की उम्र में निधन हो गया था।


किसी से गठब्ंधन का सवाल नहीं - मायावती

पिछले कुछ दिनों से मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है। बसपा प्रमुख ने कहा है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी पार्टी को "पूर्ण बहुमत मिलेगा। जैसा कि हमें 2007 में मिला था। बसपा का किसी भी पार्टी के साथ कोई चुनवी समझौता नहीं करेगी। हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। हम समाज के सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लाने के लिए एक समझौता कर रहे हैं। यह गठबंधन स्थायी है। किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने का इरादा नहीं है।

सपा-बजेपी एक ही सिक्के के दो पहलू

मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बसपा प्रमुख ने प्रियंका गांधी की पार्टी कांग्रेस पर भी आरोप लगाया कि वह झूठे चुनावी वादों के साथ मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ने अपने 50 फीसदी चुनावी वादे पूरे किए होते तो भी केंद्र, उत्तर प्रदेश और ज्यादातर राज्यों में सत्ता से बाहर नहीं होगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं।

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