Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

कोरोना वायरस : प्रवासी मजदूरों के लिए हरियाणा में बनेंगे सुरक्षित कैंप

Janjwar Team
29 March 2020 1:30 AM GMT
कोरोना वायरस : प्रवासी मजदूरों के लिए हरियाणा में बनेंगे सुरक्षित कैंप
x

सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रवासी श्रमिकों के लिए जिलों में सेफ कैंप बनाये जाए। यहां उनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, सेफ कैंपों में इन सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए...

जनज्वार ब्यूरो , चंडीगढ़। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर जा रहे हैं। हाइवे पर बड़ी संख्या में मजदूरों को पलायन जारी है। उन्हें रास्ते में काफी दिक्कतें आ रही है। इसी को देखते हुए अब हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रवासी श्रमिकों के लिए जिलों में सेफ कैंप बनाये जाए। हां उनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, सेफ कैंपों में इन सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए। यदि कोई भी व्यक्ति अगर कोरोना के संक्रमण की चपेट में आया हो, उसकी समय रहते जांच हो सके और उसे क्वारंटाइन किया जा सके।

ने यह निर्देश आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने जिलों में ऐसे श्रमिकों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें। ऐसे श्रमिकों को यह समझाया जाए कि वे सेफ कैंपों में रहें। इन्हें खाना, चिकित्सा व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

संबंधित खबर : भाजपा नेता ने पैदल घर जा रहे मजदूरों का उड़ाया क्रूर मजाक, कहा ‘छुट्टी’ मनाने जा रहे

न्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि राज्य में कार्य करने वाले अधिक से अधिक श्रमिकों को इन सेफ कैंपों में रखा जाए। इसके अलावा, विशेष चिकित्सा शिविर लगाकर इन श्रमिकों को चिकित्सा परीक्षण की सुविधा दी जाए, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण की श्रंखला को फैलने से रोका जा सके।

सीएम ने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारी अपने-अपने जिलों में और जिले की सीमाओं पर नाकाबंदी करके इन श्रमिकों को आगे बढऩे से रोका जाए और इन्हें सेफ कैंपों में रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

न्होंने उद्योगपतियों से अनुरोध करें कि वे उनके कारखानों और औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों के रहने और भोजन की व्यवस्था करें और श्रमिकों को किसी भी हाल में जाने के लिए न कहा जाए।

ने यह भी निर्देश दिए कि चूंकि कुरुक्षेत्र एक धार्मिक नगरी है और कई संत और साधु पहले से ही वहां रह रहे हैं, इसलिए उनके लिए उचित व्यवस्था की जानी चाहिए और उनके रहने और भोजन की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में कई सामाजिक संगठन भी काम कर रहे हैं, इसलिए उनसे समन्वय स्थापित करके भोजन और रहने की सुविधाओं को सुनिश्चित करने में इनकी भागीदारी बढ़ाई जाए।

संबंधित खबर : लॉकडाउन से मुश्किलों भरा सफर, हजारों की संख्या में कोई घंटों पैदल चला तो कोई कई दिन रहा भूखा

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में राशन की दुकानें खुली हैं, यह अच्छी बात है, परंतु बाजारों में भीड़ को कम रखने के लिए और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडो का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए प्रत्येक जिले में दुकानें खोलने के बजाय, आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करके घर द्वार पर वितरण की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आने वाली सब्जियों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आवाजाही भी सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने जिलों में विदेश से आए लोगों पर कड़ी निगरानी रखें और उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी लगातार लेते रहें ताकि वायरस की श्रृंखला को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोविड- 19 के लिए आवश्यक वेंटिलेटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

Next Story

विविध