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सिक्योरिटी

हिंदूवादी संगठन ने धमकाया क्रिश्चन स्कूलों को मत करें क्रिसमस मनाने की गलती

Janjwar Team
19 Dec 2017 9:54 PM GMT
हिंदूवादी संगठन ने धमकाया क्रिश्चन स्कूलों को मत करें क्रिसमस मनाने की गलती
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कहा चेतावनी के बाद भी अगर कोई स्कूल मनाता है क्रिसमस तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार, क्रिसमस जैसे त्यौहारों के बहाने हिंदू बच्चों को धर्मांतरण के लिए ललचाना चाहते हैं ईसाई...

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश। मोदीराज में हिंदुवादी संगठनों के हौसले बुलंद हैं, तभी तो वो कभी किसी का सिर काटने की धमकी देते हैं, तो खुलेआम उनके कार्यकर्ताओं की संलिप्तता में कोई मुस्लिम मौत के घाट उतार दिया जाता है। यानी भारत पूर्ण हिंदू राष्ट्र बनने की तरफ अग्रसर है। फिलहाल ताजा उदाहरण ईसाइयों से जुड़ा हुआ है। मुस्लिमों के बाद अब हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर ईसाई हैं।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक हिंदूवादी संगठन ने ईसाइयों को चेतावनी दी है कि वे ईसाइयों का त्यौहार हिंदू बच्चों के बीच न मनाए। अगर कोई स्कूल ऐसा करता है तो वह परिणाम भुगतने को तैयार रहे। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक अलीगढ़ के हिंदू जागरण मंच नामक संगठन ने ईसाई स्कूल को चेताया है कि चूंकि क्रिश्चन स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे हिंदू हैं, इसलिए वे क्रिसमस न मनाए। अगर कोई स्कूल चेतावनी के बाद भी क्रिसमस मनाएगा तो उसके बाद जो परिणाम होगा, उसके लिए वह खुद जिम्मेदार होगा।

हिंदू जागरण मंच के अलीगढ़ अध्यक्ष सोनू सविता कहते हैं कि ईसाई स्कूलों में हिंदू छात्र—छात्राएं बहुसंख्यक हैं। ईसाई धर्म के छात्रों की संख्या बहुत कम होते हुए भी क्रिसमस के मौके पर इस धर्म से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन करना और बच्चों से उससे जुड़ी सामग्री मंगाना गलत है।क्रिश्चन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों से क्रिसमस मनाने के लिए खिलौने और उपहार लाने को कहा जाता है। उनके मुताबिक ईसाई धर्म से जुड़े ये स्कूल ऐसा इसलिए करते हैं ताकि बालमन को अपने धर्म की तरफ आकर्षित किया जा सके। सोनू सविता के अंदाज में यह क्रिश्चियन स्कूलों की चाल है। वो इसके जरिए हिंदू बच्चों को धर्मांतरण के लिए ललचाना चाहते हैं।

सोनू सविता का कहना है कि वह हिंदू अभिभावकों से बात करेंगे कि वे भी क्रिसमस का विरोध करें। हिंदू जागरण मंच की तरफ से सभी क्रिश्चन स्कूलों को पत्र भेजे जा रहे हैं कि वे क्रिसमस का त्यौहार न मनाएं, क्योंकि यह हिंदू त्यौहार नहीं है। त्यौहार के बहाने ईसाई धर्म की तरफ बच्चों को आकर्षित किया जाता है।

वहीं हिंदू जागरण मंच के प्रदेश सचिव संजू बजाज ने धमकी भरे अंदाज में कहा है अगर क्रिश्चन स्कूलों ने उनके निर्देशों का पालन नहीं किया तो हिंदू जागरण मंच समेत अन्य हिंदूवादी संगठन इसके खिलाफ व्यापक प्रदर्शन करेंगे।

इस मुद्दे पर अलीगढ़ इंग्राहम इंस्टिट्यूट के निदेशक एसएन सिंह कहते हैं कि हिंदू संगठन का यह आरोप निराधार है, कोई भी स्कूल किसी एक त्यौहार को मनाने के लिए छात्रों को बाध्य नहीं कर सकता है। अगर उन्हें किसी संगठन की तरफ से इस तरह की धमकी मिलेगी तो वह जिला प्रशासन से इस मामले की शिकायत करके उनसे पुलिस सुरक्षा की मांग करेंगे।

जहां इस मामले में पूरे शहर में बवाल मचा हुआ है, वहीं इस मुद्दे पर अलीगढ़ डीएम कहते हैं कि इस तरह की कोई जानकारी उनके पास नहीं है। वहीं वे यह आश्वासन देते जरूर नजर आए कि अगर हिंदू जागरण मंच ने क्रिसमस के खिलाफ किसी तरह प्रदर्शन किया या फिर क्रिसमस के त्यौहार में किसी तरह की बाधा पहुंचाती तो संगठन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पुलिस ने भी इस बाबत कोई जानकारी होने से मना किया है।

संजू बजाज यहीं नहीं रुकते। कहते हैं, किसी भी स्कूल या कॉलेज में जहां हिंदू छात्रों की संख्या ज्यादा है, 25 दिसम्बर को क्रिसमस का आयोजन किया गया तो उस संस्थान को इसाई धर्म का प्रचारक एवं हिन्दू बच्चों कि मानसिकता दूषित करने वाला समझा जाएगा। हिन्दू जागरण मंच समेत अन्य हिंदूवादी संगठनों की तरफ से इस तरह के संस्थानों का बायकट किया जाएगा।

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