पानीपत में गोकशी के बहाने मुस्लिम युवक की हत्या की कोशिश, महिला ने बचाई जान
हरियाणा की भाजपा सरकार में गौरक्षकों की गुंडागर्दी सर चढ़कर बोल रही है, अगर बीच में नहीं होती साहसी महिला तो छोटा का हाल भी होता पहलू खान या अखलाक जैसा
पुलिस ने नहीं की गौरक्षकों के नेतृत्व में की गयी गुंडागर्दी के खिलाफ कोई एफआईआर, एसएचओ ने बताया व्यापारी के खिलाफ दर्ज हुई है एफआईआर, क्योंकि पीटने वालों के खिलाफ नहीं मिली है कोई शिकायत
जनज्वार, हरियाणा। पानीपत के चांदनी बाग इलाके में 8 अप्रैल को मोटरसाइकिल पर मीट ले जा रहे मुस्लिम युवक को गौ गुंडो ने रोककर जान लेने की कोशिश की। मोटरसाइकिल पर मीट उतरवाकर गौ गुंडे गाय का मीट कहकर युवक व्यापारी को बुरी तरह पीटा, जिसे एक महिला के बीच बचाव से बचाया जा सका। बाद में पुलिस घायल युवक को अपने साथ ले थाने ले गयी।
गौ गुंडों द्वारा मीट व्यापारी को रोका और पीटा गया
जनज्वार को इस घटना से जुड़े तीन वीडियो मिले हैं। वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि मोटरसाइकिल पर मीट ले जा रहा युवक बार—बार कहता है कि अगर गो मांस होगा तो हमें गोली मार देना, यह भैंसे का मीट है, फिर भी अपने को गौ रक्षा दल का नेता कहने वाला प्रवीण और उसका भाई भीड़ को गो मांस के नाम पर उकसाकर उसे बुरी तरह पीटने लगते हैं और जान से मारने की कोशिश करते हैं। दूसरे वीडियो में और पिटाई होने लगती है और तीसरे वीडियो में पुलिस अपने साथ छोटा को लेकर जाती है।
मीट व्यापारी छोटा को बुरी तरह से पीटा गया तो महिला बीच में आई
बड़ी बात यह है कि लोकसभा चुनावों के बीच में हुई इस जघन्य घटना की कहीं कोई चर्चा या विरोध नहीं है। मीडिया में कोई खबर नहीं है, कोई ब्रेकिंग नहीं है।
दूसरी बात जिस वीडियों पीटने वाले, उकसाने वाले साफ—साफ देखे जा सकते हैं, उनके खिलाफ पुलिस ने कोई एफआईआर नहीं दर्ज की है, अलबत्ता जो युवक जान से मारा जाने वाला था, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। यह चुप्पी तब है जबकि यह वीडियो हिंदूवादी वाट्सअप ग्रुपों में बड़े शान से सर्कुलेट हो रहा है।
जनज्वार ने युवक को बचाने की कोशिश कर रही महिला से संपर्क की कोशिश पर हो नहीं पाया। जनज्वार को उस महिला के साहस पर गर्व है जिसने सैकड़ों उन्मादी मर्दों की भीड़ युवक को बचाया।
पुलिस ले गयी व्यापारी को और गौ गुंडे छुट्टा घूम रहे
एसपी पानीपत सुमीत कुमार ने जनज्वार से बातचीत में कहा कि वह ऐसी किसी वेबसाइट से बात नहीं करते और न ही उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी है। फिर फोन काट दिया। उसके बाद उनका नंबर कई बार ट्राई किया गया पर उन्होंने बार—बार फोन काट दिया।
डीएसपी हेडक्वार्टर, पानीपत सतीश कुमार से बात हुई तो उन्होंने डीएसपी सतीश कुमार से संपर्क करने की सलाह दी, क्योंकि जिस थाने चांदनी बाग की घटना है, वहां के इंजार्च उनके हमनाम सतीश कुमार ही हैं, मुझे जानकारी नहीं है।
डीएसपी सिटी पानीपत ने फोन नहीं उठाया।
उसके बाद डीएसपी पानीपत वीजेंदर सिंह से जनज्वार ने बात की। उन्होंने कहा कि चांदनीबाग थाने के एसएचओ संदीप कुमार से बात करें, वही बताएंगे कि इस मामले में क्या हो रहा है, मुझे जानकारी नहीं है।
इस मामले में जब चांदनी बाग थाने के एसएचओ संदीप कुमार से बात की गयी तो पहले उन्होंने ऐसे किसी मामले की जानकारी से ही इनकार किया। फिर तीन दिन पहले की घटना, पुलिस के मौके पर पहुंचने और पुलिस द्वारा मीट व्यापारी को साथ लेने और वीडियो का जिक्र हुआ तो उन्होंने कहा कि कोई शिकायत ही नहीं हुई तो एफआईआर कैसे दर्ज होगी। संदीप कुमार का कहना था कि मीट व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। जनज्वार द्वारा यह पूछने पर कि वीडियो में साफ—साफ पीटने वालों को देखा जा सकता है, आपके पास भी वीडियो होगी तो वे कहते हैं — कोई शिकायत नहीं आई है जी। जब आएगी तो देखेंगे।