Mohammadpur Village Renamed : मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर हुआ 'माधवपुरम', आदेश गुप्ता बोले दिल्लीवासी नहीं चाहते गुलामी के प्रतीक चिह्न
Mohammadpur Village Renamed : मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर हुआ 'माधवपुरम', आदेश गुप्ता बोले दिल्लीवासी नहीं चाहते गुलामी के प्रतीक चिह्न
Mohammadpur Village Renamed : भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई ने आज बुधवार को दक्षिण दिल्ली के मोहम्मदपुर गांव (Mohammadpur Village) का नाम बदलकर माधवपुरम (Madhavpuram) कर दिया है। भाजपा के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) के प्रस्ताव पर कार्रवाई नहीं की थी। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Delhi BJP Chief Aadesh Gupta) भी कुछ स्थानीय लोगों के साथ इलाके का नाम बदलने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अपने ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें साझा की हैं। तस्वीरों को साझा करते हुए उन्होंने लिखा है- माधवपुरम के नामकरण का प्रस्ताव निगम में पास होने के बाद आज गांव के नामकरण की प्रक्रिया को पूरा किया। अब से यह गांव मोहम्मदपुर की जगह माधवपुरम (Madhavpur Village) नाम से जाना जाएगा। आजादी के 75 साल बाद भी गुलामी का कोई प्रतीक चिह्न हमारा हिस्सा हो, ये कोई भी दिल्ली वासी नहीं चाहता। आदेश गुप्ता ने गांव के प्रवेश द्वार पर माधवपुरम में आपका स्वागत है लिखा बोर्ड लगाया।
माधवपुरम गांव के नामकरण का प्रस्ताव निगम में पास होने के बाद आज गांव के नामकरण की प्रक्रिया को पूरा किया।
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) April 27, 2022
अब से यह गांव मोहम्मदपुर की जगह "माधवपुरम" नाम से जाना जाएगा।
आजादी के 75 वर्ष बाद भी गुलामी का कोई प्रतीक, चिन्ह हमारा हिस्सा हो, ये कोई भी दिल्लीवासी नही चाहता। pic.twitter.com/0GdfL2YD9M
आदेश गुप्ता ने जब सवाल किया कि क्या एसडीएमसी किसी स्थान का नाम बदल सकता है क्योंकि नाम बदलने की अंतिम शक्ति दिल्ली सरकार के पास है। इस पर उन्होंने कहा कि हमने ये अपनी तरफ से कर दिया है। अब दिल्ली सरकार बताना चाहिए कि क्या वह नाम बदलना चाहती है या नहीं। गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव भाजपा पार्षद भगत सिंह टोकस ने दिया था।
टोकस ने प्रस्ताव में कहा था कि मुगल काल में हर गांव का नाम जबरन बदला जाता था। वार्ड 66 एस गांव मोहम्मदपुर दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में शहरी गांव की श्रेणी में आता है। मोहम्मदपुर के ग्रामीणों की गांव का नाम बदलने की मांग लंबे समय से लंबित है।
इससे पहले आदेश गुप्ता ने दिल्ली के चालीस गांवों के नाम बदलने की सूची तैयार की है। भाजपा जल्दी ही इन चालीस गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव दिल्ली की केजरीवाल सरकार को भेजेगी। इससे पहले मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुरम करने का प्रस्ताव भाजपा ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम से पास कर दिल्ली सरकार को भेजा था जिसपर दिल्ली सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया था। इन गांवों का नाम बदलने के पीछे भाजपा का तर्क है कि इन गांवों में रहने वाले लोग खुद इनका नाम बदलना चाहते हैं।
इससे पहले दिल्ली की आप सरकार में मंत्री गोपाल ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा था कि भाजपा पिछले पंद्रह सालों से एमसीडी में काबिज है तो अब तक नाम क्यों नहीं बदले। जब इनके पास कोई चारा नहीं बचता तो वो बौखलाहट में इसी तरह ऊलू-जुलूल काम करते हैं। हमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उन्होंने ये काम पंद्रह साल में क्यों नहीं किया, अब कैसे याद आ रहा है, ये तब सो रहे थे। नाम की बात नहीं है, वो जानते हैं चुनाव हार रहे हैं इसलिए ऐसा काम कर रहे हैं। पंद्रह साल आपको मौका दिया था लोगों ने ये सब करने का तब नहीं किया लेकिन अब हार का डर है इसलिए ये सब कर रहे हैं।
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