Uttarakhand में बहुगुणा परिवार की तीसरी पीढ़ी मंत्री बनी, दादा यूपी तो पिता उत्तराखंड के रह चुके हैं CM, अब पोता बना धामी सरकार में मंत्री

(पुष्कर धामी कैबिनेट में मंत्री बने सौरभ बहुगुणा)
Uttarakhand : उत्तर-प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल के प्रतिष्ठित राजनीतिक पण्डित हेमवतीनंदन बहुगुणा (Hemwati Nandan Bahuguna) परिवार की तीसरी पीढ़ी को उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) की कैबिनेट में पहली बार एंट्री मिली है। स्व. बहुगुणा के पोते सौरभ बहुगुणा (Saurabh Bahuguna) उत्तराखण्ड की सितारगंज विधानसभा सीट (Sitarganj Seat) से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं।
राजनीति में मजबूत पकड़ का लाभ
धामी कैबिनेट में उन्हें युवा चेहरे के साथ ही राजनीति में मजबूत पकड़ का लाभ मिला है। सौरभ के पिता विजय बहुगुणा (Vijay Bahuguna) उत्तराखंड के कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री रह चुके हैं तो उनके दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश के सीएम रह चुके चुके हैं।
सत्ता के साथ खड़े रहने की नीति पर बहुगुणा परिवार
हमेशा ताकत व प्रभावशाली लोगों के साथ खड़े रहने की नीति के चलते बहुगुणा परिवार (Bahuguna Family) जब तक सत्ता के केंद्र में कांग्रेस में रही, कांग्रेस से ही चिपका रहा। लेकिन मोदी-शाह के दौरान आये भाजपा के उभार के साथ ही यह परिवार धीरे-धीरे कांग्रेस से किनारा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ चला गया।
रीता बहुगुणा जोशी ने छोड़ी थीं भाजपा
उत्तर प्रदेश की भाजपा की पिछली सरकार में सौरभ की बुआ रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) मंत्री थीं। लेकिन इन चुनावों में भाजपा की हालत कमजोर होने की संभावना के मद्देनजर उन्होंने अपने पुत्र को टिकट की आस में ताकत में दिख रही समाजवादी पार्टी में भेज दिया था।
पिता की परंपरागत सीट संभाल रहे सौरभ बहुगुणा
सितारगंज विधानसभा से लगातार दूसरी बार निर्वाचित सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं जो पिता की परंपरागत सीट की विरासत को संभाल रहे हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में सौरभ ने कांग्रेस प्रत्याशी नवतेज पाल को 11 हजार से अधिक मतों से पराजित किया है। सितारगंज से लगातार दूसरी बार विधायक बने सौरव बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के छोटे पुत्र हैं। 13 नवंबर 1978 को इनका जन्म इलाहाबाद में हुआ था।
इलाहाबाद और दिल्ली से हुई पढ़ाई
इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद से और हायर एजुकेशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है। खेल के प्रति इनमें काफी लगाव रहा है और कई खेलों में यह प्रतिभाग कर चुके हैं। सौरभ बहुगुणा की पत्नी का नाम सुमेधा बहुगुणा है और उनके दो बच्चे एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पिता विजय बहुगुणा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बनने के बाद सितारगंज से उपचुनाव लड़कर विधायक बने थे जो मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।
विजय बहुगुणा की जगह 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने 25000 के अंतर से सितारगंज सीट जीती थी। वहीं इस बार भी इन्होंने जीत हासिल की है।