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दुनिया

210 साल पहले आज के ही दिन कुछ शहर मलबे के ढेर में हो गए थे तब्दील, हजारों की हुई थी मौत, जानें और क्या हुआ

Janjwar Desk
26 March 2022 6:55 AM IST
210 साल पहले आज के ही दिन कुछ शहर मलबे के ढेर में हो गए थे तब्दील, हजारों की हुई थी मौत
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26 March 1812 को वेनेजुएला में भूकंप से मची थी भारी तबाही।

26 मार्च 1812 को वेनेजुएला के कराकास और मेरिडा में महाविनाशकारी भूकंप की वजह से 20 हजार लोगों की मौत हुई थी।

कराकास। बात 210 साल पहले आज के ही दिन यानि 26 मार्च को आये विनाशकारी भूकंप ( Devastating Earthquake ) की है। वेनेजुएला ( Venezuela ) ने महाविनाशकारी भूकंप का झटका झेला था। भूकंप की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ​वेनेजुएला में राजधानी को बदलने की भी चर्चा होने लगी थी।

26 मार्च 1812 को वेनेजुएला ( Venezuela News ) में पवित्र गुरुवार का दिन था। भूकंप की घटना से कुछ महीने पहले 1811 के जुलाई में वेनेजुएला प्रथम गणराज्य घोषित हुआ था। साथ ही उपनिवेशवादी व्यवस्था से पूरी तरह से मुक्ति की तैयारी कर रहा था। 26 मार्च को जब दोपहर को गिरजाघरों में बेहतर भविष्य की सपना संजोये प्रार्थना करने की तैयारी में जुटे थे। ठीक उसी समय ये घटना हुई थी। यह भूकंप इतना विनाशकारी था कि इसने वेनेजुएला के सामाजिक ताना-बाना, आर्थिक परिदृश्य, सामाजिक और राजनीतिक संरचना को बदलकर रख दिया। इस घटना से हुए नुकसान से उबरने में वेनेजुएला को लंबा समय लग गया।

मलबे में दफन हो गए थे 20 हजार लोग



भूकंप ( Earthquake ) की वजह से गिरिजाघर, मकान, सार्वजनिक दफ्तर और अन्य आधारभूत संरचनाएं तास के पत्तों की तरह भड़भड़ाकर गिर गए। इतना ही नहीं, भूकंप के मलबे में तत्कालीन वेनेजुएला में करीब 20 हजार लोग दफन हो गए। बारक्विसिमेटो, ला गुएरा और सैन फेलिप जैसे शहर खंडहरों के ढेर में बदल गए। लगभग एक घंटे बाद मेरिडा में भी ऐसा ही भूकंप आया। मेरिडा में भूकंप करीब पांच बजे आया। वहां पर भी सबकुछ धूल और कचरे में तब्दील हो गया।

इस भूकंप ने वेनेजुएला गणराज्य के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को चकनाचूर कर दिया। औपनिवेशिक युग के आखिरी और गणतांत्रिक युग के पहले विनाशकारी भूकंप ने लोगों की सोच को भी बदलकर रख दिया। आधुनिकता का आगमन के साथ ही लैटिन अमेरिकी समाज पूरी तरह से हिल गया। यह विश्वव्यापी कोरोना महामारी से भी अघिक घातक साबित हुआं। इससे वेनेजुएला न केवल संस्थागत रूप से हिल गया, बल्कि जनमानस में अवसाद की वजह से एक गहरा वैचारिक परिवर्तन भी हुआ। जैसे तैसे लोगों ने इस अवसाद से बाहर आने की कोशिश की और नये सिरे से सामाजिक संबंधों और सरोकारों को स्थापित किया।

वैलेसिलो में तो नई झील बन गई

भूकंपीय का विनाशकारी झटका इतना था कि वैलेसिलो नामक क्षेत्र में एक नई झील का निर्माण ही हो गया। युरूबी नदी विलीन हो गई। काराकस घाटी के कई नालों ने ने अपने मार्ग बदल लिए और गंदे पानी से भर गया।

राजधानी बदलने तक का दिया गया था सुझाव

कराकास में विनाश इतना व्यापक था कि गजेटा डी काराकास ने कैटिया में एक नई राजधानी की स्थापना का सुझाव दिया था। ताकि लोग बचे लोग शुद्ध हवा में सांस ले सकें।

पवित्र गुरुवार के दिन आया था भूकंप

वेनेजुएला में पवित्र गुरुवार को भूकंप आया था। जिस समय भूकंप ( massive earthquake ) आया उस समय वेनेजुएला की स्वतंत्रता संग्राम चरम पर था। शाही अधिकारियों द्वारा स्पेनिश क्राउन के खिलाफ विद्रोह के मद्देनजर इसे दैवीय सजा के रूप में लिया गया। कराकास के आर्कबिशप, नारसीसो कोल वाई प्रैट ने इस घटना को भयानक भूकंप के रूप में संदर्भित किया गया। लेकिन अच्छी तरह से योग्य भूकंप" के रूप में संदर्भित किया। बताया गया कि भगवान ने प्राचीन अपवित्र और गर्व वाले शहरों में इस भूकंप के बारे में पहले ही भविष्यवाणी की थी।

अमेरिका ने सबसे पहली भेजी थी सहायता

भूकंप के बाद उत्पन्न बुरे हालात से निपटने के लिए वेनेजुएला को सबसे पहली अंतरराष्ट्रीय सहायता अमेरिका से मिली थी। अमेरिकी कांग्रेस ने सर्वसम्मति से प्रLताव पारित कर से वेनेजुएला के तटों पर आटे से लदे पांच जहाज भेजे थे। साथ ही 50 हजार अमेरिकी डॉलर की सहायता भी की थी।

Venezuela News : बता दें कि 26 मार्च 1812 को वेनेजुएला की राजधानी काराकस में महाविनाशकरी भूकंप आया था। भूकंप की एक ही दिन में दो घटनाएं हुईं थी। भूकंप की घटना शाम 4 बजकर 37 बजे आया था। रिक्टर परिमाण पैमाने पर इसकी माप 7.7 मापी गई। इसने काराकास, ला गुएरा, बारक्विसिमेटो, सैन फेलिप और मेरिडा में पलभर में मुर्दाघर में तब्दील कर दिया था। लगभग 20,000 लोगों के मौत इससे 210 साल पहले हुई थी। इसके अलावा आर्थिक नुकसान का तो उस समय अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता।

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