बदलते रिश्ते : सऊदी क्राउन प्रिंस ने जो बाइडन का उड़ाया मजाक, दिमागी हालत पर उठाए सवाल
बदलते रिश्ते : सऊदी क्राउन प्रिंस ने जो बाइडन का उड़ाया मजाक, दिमागी हालत पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। दुनिया के तमाम देशों के बीच आपसी रिश्ते कोरोना संकट, रूस-उक्रेन के बीच जारी जांग और ड्रैगन की बढ़ती ताकत की वजह से तेजी से बदल रहे हैं। सऊदी अरब ( Saudu Arab ) और अमेरिका ( America ) के बीच राजनयिक रिश्ते तो दरकने के कगार तक पहुंच गए हैं, जबकि कुछ वर्ष पूर्व तक दोनों अंतरराष्ट्रीय मसलों पर कदमताल करते नजर आते थे, लेकिन अब वैसा नहीं है।
इस बीच खबर यह आ रही है कि हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ( Saudi crown prince ) मोहम्मद बिन सलमान ( MBS ) ने कथित तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ( Joe Biden ) का मजाक उड़ाया था। कहा तो यहां तक जा रहा है कि एमबीएस ( MBS ) ने बाइडेन की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए थे। दावा ये भी किया जा रहा है कि एमबीएस का यह मजाक दोनों देशों के बीच ओपेक प्लस की तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद आये तनाव को और बढ़ा सकता है।
तेल उत्पादन में कटौती के बाद से बढ़े तनाव
ऐसा इसलिए कि अमेरिका सऊदी अरब के नेतृत्व वाले तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक प्लस ने तेल उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती करने की घोषणा से पहले से नाराज है। तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद से अमेरिका सऊदी अरब के साथ अपने संबंधों पर पुनर्विचार कर रहा है।
हम आपसी संबंधों का रखते हैं ख्याल, रिपोर्ट बेबुनियाद
वहीं वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक सऊदी सरकार के अंदर कई लोगों ने कहा कि क्राउन प्रिंस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की। वह जो बाइडन से नाखुश लग रहे थे। साथ ही उनकी गलतियों का मजाक उड़ा रहे थे। इसके उलट सऊदी प्रिंस फैसल ने इस बात से साफ इनकार किया है कि क्राउन प्रिंस ने निजी रूप से बाइडन का मजाक उड़ाया या पूर्व राष्ट्रपति की तारीफ की। उन्होंने अज्ञात स्रोतों की ओर से लगाए गए इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
सऊदी प्रिंस फैसल ने कहा कि देश के नेताओं ने हमेशा अमेरिकी राष्ट्रपतियों का सम्मान किया है। इतना ही नहीं, सऊदी अरब पारस्परिक सम्मान के आधार पर संबंधों को महत्व देता है। प्रिंस फैसल का कहना है कि रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि बाइडन की किन गलतियों का एमबीएस ने मजाक उड़ाया है। ये बात अलग है कि राष्ट्रपति बनने के बाद कई बार बाइडन से भाषण देते वक्त चूक हो चुकी है। इस तरह की चूक के लिए उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। हाल ही में बाइडन की आलोचना तब हुई थी जब सितंबर में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए एक मृत महिला सांसद को धन्यवाद दे दिया था।
सऊदी अरब में नहीं रुकना चाहते थे बाइडन
वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक के अनुसार सऊदी सरकार के अंदरूनी लोगों ने कहा कि जेद्दा में जब बाइडन और क्राउन प्रिंस की मुलाकात हुई तो ऐसा लग रहा था जैसे बाइडन वहां रुकना नहीं चाहते हैं। वह नीतिगत चर्चाओं में भी दिलचस्पी नहीं ले रहे थे। संभवत: बदलते परिस्थिति में अमेरिका और सऊदी अरब के बीच यह स्थिति इसलिए उत्पन्न हुई है कि दोनों ने अक्सर 'सुविधा के लिहाज' से समय-समय पर हाथ मिलाए हैं। चाहें वह आतंकवाद का मुकाबला करना हो या सैकड़ों अरबों डॉलर के सऊदी तेल और अमेरिकी हथियार प्रणालियों का व्यापार हो। अमेरिका ने सऊदी अरब पर तेल उत्पादन में कटौती कर रूस की मदद करने का आरोप लगाया है।