Asaduddin Owaisi: "बीजेपी मोदी को देश का सबसे बड़ा हिंदू बनाने का अभियान चला रही" AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी

Asaduddin Owaisi: ओवैसी ने कहा कि अगर गोरखपुर में गुप्ता साहब पुलिस कस्टडी में मर जाते हैं तो सीएम योगी उनके घर जाते हैं, 50 लाख रुपये देते हैं। अखिलेश यादव भी 20 लाख रुपये देकर आते हैं। लेकिन कासगंज में अल्ताफ के घर कौन गया?

Update: 2021-11-11 10:02 GMT

Asaduddin Owaisi on Nagraju Killing : पहली बार ओवैसी ने तोड़ी चुप्पी, कहा - इस्लाम में हत्या सबसे बड़ा जुर्म है, मैं मजलूम के साथ खड़ा हूं

Asaduddin Owaisi: योगी आदित्यनाथ के कट्टर विरोधी माने जाने वाले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के सीएम योगी (Yogi Adityanath) पर तीखा हमला बोला है। टाइम्स नाउ समिट में हिस्सा लेने पहुंचे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि यूपी के सीएम हिंदुत्व नेशनलिज्म में यकीन रखते हैं जबकि वे इंडियन नेशनलिज्म (Indian Nationalism) में विश्वास करते हैं। ‍उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां कई धर्मों के लोग रहते हैं और हिन्‍दुत्‍व की जिस अवधारणा को भारतीय राजनीति में इन दिनों बढ़ावा दिया जा रहा है, वह भारत के संविधान के खिलाफ है।

मोदी को सबसे बड़ा हिन्दू बनाने का लक्ष्य

AIMIM चीफ ने कहा कि देश में इस वक्‍त राजनीति की लड़ाई इस बात को लेकर छिड़ गई है कि देश में सबसे बड़ा हिंदू कौन है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा का अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्र का सबसे बड़ा हिंदू नेता बनाने को लेकर है। ओवैसी ने भाजपा समेत तमाम राजनीतिक पार्टियों पर धर्म के आधार पर भेदभाव का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि देश में कभी कहीं भी मुस्लिम वोट बैंक नहीं रहा है, बल्कि यहां हमेशा से हिन्‍दू वोट बैंक रहा है। ओवैसी ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी धर्म या विचारधारा को सर्वोच्‍च बताने की नहीं, बल्कि समान अधिकारों की है।

ओवैसी ने अल्ताफ की मौत पर उठाया सवाल

सभी हिन्दू की आवाज यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी राज्य में अपनी पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं। टीएन समिट के दौरान ओवैसी ने यूपी के कासगंज में कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मुस्लिम युवक की मौत का मुद्दा उठाया और कहा, 'अगर गोरखपुर में गुप्ता साहब पुलिस कस्टडी में मर जाते हैं तो सीएम योगी उनके घर जाते हैं, 50 लाख रुपये देते हैं। अखिलेश यादव भी 20 लाख रुपये देकर आते हैं। लेकिन कासगंज में अल्ताफ के घर कौन गया? यह खुल्लमखुल्ला भेदभाव है। मौत तक के मामले में इस तरह का सिलेक्टिव अप्रोच बताता है कि हमारा देश कितनी बुरी तरह से बंट गया है।'

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कासगंज नगर कोतवाली में पुलिस हिरासत में एक मु्स्लिम युवक की मौत हो गई। कासगंज कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले 22 साल के अल्ताफ की पुलिस कस्टडी(Police Custody) में मौत पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अल्ताफ पर आरोप था कि उसने एक नाबालिग हिंदू लड़की को कथित रूप से बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। मामले में पूछताछ के लिए नगला सैयद इलाके के रहने वाले अल्ताफ को हिरासत में लिया गया था, जहां बाद में उसकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। पुलिस आरोपी द्वारा फांसी लगाए जाने की की बात कह रही है। जबकि, अल्ताफ के परिजन पुलिस द्वारा पीटे जाने के कारण मौत को वजह बता रहे हैं।


मुस्लिमों को मिले समान अधिकार और भागीदारी

देश में जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव को लेकर ओवैसी ने कहा कि मौजूदा वक्त में हर कोई हिंदू की आवाज बनना चाहता है। मगर जब किसी मुस्लिम की हत्या होती है तो किसी भी पार्टी से उतनी हमदर्दी नहीं मिलती, जितनी किसी हिंदू की मौत पर मिलती है। हर कोई हिंदू की आवाज बनना चाहता है। ओवैसी ने कहा, "मेरी लड़ाई सांप्रदायिकता के खिलाफ और समान अधिकारों को लेकर है। मैं भारत के राजनीतिक और शैक्षणिक सिस्‍टम में मुसलमानों की भी समान भागीदारी चाहता हूं।"




Tags:    

Similar News