दिल्ली में डॉक्टर सुसाइड केस में नाम आया सामने तो AAP विधायक ने कहा, 'निर्दोष हूं, मुझे फंसाया गया'

Update: 2020-04-19 02:30 GMT

परिवार वालों ने आरोप लगाया कि काफी समय पूर्व आरोपी विधायक व उसके साथियों ने जलबोर्ड में लगे डॉक्टर राजेंद्र सिंह के टैंकर हटवा दिये थे। साथ ही जलबोर्ड पर देय बकाया मोटी रकम का भुगतान भी नहीं मिलने दिया....

जनज्वार ब्यूरो। दक्षिणी दिल्ली जिले में शनिवार सुबह डॉ. राजेंद्र सिंह की आत्महत्या के मामले में दोपहर बाद नया मोड़ आ गया। घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने दिल्ली के एक विधायक और उसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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रोपी विधायक का नाम प्रकाश जरवाल, जबकि साथी का नाम कपिल नागर है। दोनों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किये जाने की पुष्टि डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने की है। घटना शनिवार 18 अप्रैल की सुबह घटी थी। डॉ. राजेंद्र सिंह का शव घर की छत पर मिला था।

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डॉ. राजेंद्र सिंह निजी मेडिकल प्रैक्टिस के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड में पानी टैंकर सप्लाई का काम भी करते थे। पुलिस को दिये बयानों में परिवार वालों ने आरोप लगाया कि काफी समय पूर्व आरोपी विधायक व उसके साथियों ने जलबोर्ड में लगे डॉक्टर राजेंद्र सिंह के टैंकर हटवा दिये थे। साथ ही जलबोर्ड पर देय बकाया मोटी रकम का भुगतान भी नहीं मिलने दिया।

Full View जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर के मुताबिक, 'शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स भेज दिया गया है। शव को सबसे पहले किरायेदार ने देखा था। इस सिलसिले में राजेंद्र सिंह के पुत्र हेमंत ने पुलिस को शिकायत दी थी।'

डीसीपी ने आगे कहा, 'पुलिस को मिली शिकायत में बेटे ने बताया कि, उसके पिता 2007 से दिल्ली जलबोर्ड में पानी टैंकर सप्लाई का काम भी करते थे। उनका घर के पास ही दुगार्पुरी में निजी क्लिनिक भी था।'

डीसीपी के मुताबिक, 'शिकायतकर्ता हेमंत के बयान पर जान से मारने की धमकी और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला थाना नेव सराय में दर्ज कर लिया गया है। एफआईआर में प्रकाश जरवाल और उसके साथी कपिल नागर व अन्य आरोपियों को नामजद किया गया है।'

स सिलसिले में घटना के बाद सामने आये आरोपी विधायक (देवली एक्सटेंशन) प्रकाश जरवाल ने एक लिखित बयान मीडिया को जारी किया।

जारी बयान में उन्होंने कहा, 'मैं इस मामले में निर्दोष हूं। मैं पिछले 8-10 महीने से उनसे नहीं मिला हूं। न ही उनसे मेरी बात हुई है। साल 2017 में दो न्यूज चैनलों ने टैंकर माफिया के खिलाफ एक स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें उनका नाम आया था। उसके बाद उनकी सभी गाड़ियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।'

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जारी लिखित बयान के जरिये आरोपी विधायक प्रकाश जरवाल ने पुन: दोहराया है, 'मुझे पहले भी फंसाने की कोशिश की गई। जैसे मैंने पहले खुद को निर्दोष साबित किया अब भी निर्दोष साबित करके दिखाऊंगा।'

धर इस मामले में फंसे प्रकाश जरवाल के साथी कपिल नागर से बात करने की काफी कोशिश की, मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका। हर बार उनका मोबाइल स्विचऑफ ही मिला।

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