CAA लखनऊ : घंटाघर में प्रदर्शनकारियों पर देर रात पुलिस ने भांजी लाठियां, हिरासत में लिये गये पूर्व मंत्री समेत दर्जनभर

Update: 2020-03-04 04:01 GMT

प्रदर्शनकारी महिलायें कह रही हैं कि योगी की पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की और धरना स्थल को तत्काल खाली करने को कहा और पुरुषों को दौड़ा—दौड़ाकर भांजी गयीं लाठियां....

जनज्वार, लखनऊ। CAA के खिलाफ देशभर में तकरीबन 2 महीनों से आंदोलन जारी है। दिल्ली के शाहीनाग की तर्ज पर लखनऊ के घंटाघर पर भी महीनों से आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों पर कई बार पुलिसिया लाठीचार्ज की खबरें आती रहती हैं, अब एक बार फिर कल 3 मार्च की देर रात तकरीबन 1 बजे पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को दौड़ाकर लाठीचार्ज किया गया, और लगभग दर्जनभर की गिरफ्तारी भी की गयी।

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प्रदर्शन का हिस्सा रहे लोगों का कहना है कि हम पर पुलिस ने लाठियां भांजी और कई को पकड़कर अपने साथ ले गयी। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर जो वीडियो आ रहे हैं उसमें प्रदर्शनकारी महिलायें कह रही हैं कि योगी की पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की और धरना स्थल को तत्काल खाली करने को कहा।

खनऊ के वकीलों का कहना है कि CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा किये जा रहे अत्याचार और गलत तरीके से गिरफ्तारियों का विरोध करने पर उन्हें भी पुलिस निशाना बना रही है। उन पर हमले लगातार जारी हैं।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस बल देर रात वहां अचानक पहुंचा और लाठियां भांजनी शुरू कर दीं।

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गौरतलब है कि कल 3 मार्च की देर रात घंटाघर में CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जिन लोगों पर पुलिस ने लाठियां भांजी और ​जिन्हें हिरासत में लिया उनमें पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री यामीन खान समेत दर्जनों लोग शामिल थे। ​मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक फिलहाल सभी को पुलिस ने किसी अनजान जगह पर रखा है।

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रिहाई मंच के राजीव यादव ने कहा कि मंगलवार की रात करीब एक बजे भारी संख्या में पुलिस बल अचानक घंटाघर पहुंचा और वहां प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। उनसे तत्काल धरनास्थल खाली करने को कहते हुए महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की गयी।

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सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आये हैं उनमें पीड़ित महिलायें कह रही हैं कि घंटाघर पर बैठे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने दौड़ा—दौड़ाकर लाठियों से पीटा, हम लोगों से भी अभद्रता की। साथ ही दर्जनों लोगों को पुलिस अपने साथ हिरासत में ले गयी, जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है। हिरासत में लिये गये लोगों में हसनगंज निवासी सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री यामीन खान भी शामिल हैं।

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विश्लेषकों का कहना है कि दिल्ली में मची भारी पैमाने पर हिंसा CAA के खिलाफ खड़े हुए आंदोलन का ही नतीजा है, जिसे पुलिस के संरक्षण में अंजाम दिया गया। अब योगी की पुलिस के संरक्षण में दोबारा से दिल्ली दोहराने की तैयारियां चल रही हैं। हालांकि पहले भी CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिसिया कहर बरप चुका है और यूपी में लगभग 22 लोगों की मौत भी इस दौरान हो चुकी है।

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