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अंधविश्वास : 8 महीने के नवजात को कुल्हाड़ी से काटने के बाद मां बोली मैंने दी है बकरे की बलि
जनज्वार। अंधविश्वास के नाम पर हमारे समाज में ऐसी-ऐसी घटनायें सामने आती हैं, जिन पर सहज विश्वास करना नामुमकिन लगता है। ये घटनायें घटने के नाम पर लगातार बढ़ रही हैं।
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित अशोकनगर में भी ऐसी एक घटना सामने आयी है, जिससे हर कोई हैरान है। यहां के गाँव चुरारी में एक मां ने अंधविश्वास में आकर अपने 8 माह के मासूम को ही कुल्हाड़ी से काट डाला और उसके बाद सबको बताया कि उसने बच्चे की नहीं बकरे की बलि दी है।
गाँव चुरारी में हुई इस जघन्य वारदात के बाद परिजनों ने बताया कि महिला पहले 8 माह के बच्चे को खिला रही थी, उसके बाद वह उसे घर से करीब 70 फीट दूर मेन रोड पर ले गई और उसे सड़क पर लिटाकर गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिये।
अपने बच्चे को मौत के घाट उतारने के बाद रश्मि नाम की महिला चिल्लाते हुए घर के अंदर आई और कहने लगी कि उसने बकरा काट दिया है। महिला की बहन का कहना है, जब मैं बाहर गई तो 8 माह का यशराज खून से लथपथ पड़ा हुआ था और रश्मि लगातार चिल्ला रही थी कि उसने बकरे की बलि दे दी है और जिसका बकरा था वह बकरे को लेकर चला गया था।
चिल्लाती महिला को उठाकर अंदर लाया गया और उससे पूछा गया कि उसने अपने बच्चे को कुल्हाड़ी से क्यों मारा, ये क्या किया तो कहने लगी जिसका बकरा था उसने ले लिया।
इस घटना के बाद बच्चे की नानी उसे कपड़े में लपेटकर चंदेरी अस्पताल लेकर पहुंची थी, जहां डॉक्टर से बच्चे के छत से गिर जाने की कहकर जांच कराई गयी। बच्चे की नब्ज देखकर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। रातभर कपड़े में लपेटकर बच्चे की लाश को घर पर रखा।
शनिवार 16 जनवरी की सुबह 11 बजे घटना की जानकारी पुलिस को हुयी। इस घटना के बारे में परिवार ने पुलिस को किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी थी। पुलिस का कहना है कि पड़ोसियों के दबाव में अगले दिन बच्चे के नाना ने गांव के लोगों के साथ घटना के अगले दिन थाने में पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। इसके बाद एसडीओपी लक्ष्मी सिंह सहित टीआई मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया भी जानकारी लगते ही चंदेरी पहुंचे।
पुलिस का कहना है कि अपने बच्चे को कुल्हाड़ी से काटने वाली मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। परिजनों का भी कहना है कि महिला एक संत के प्रवचन से प्रभावित थी और उनके यू.ट्यूब पर प्रवचन सुनती थी।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक रश्मि की शादी 2 साल पहले लक्ष्मण लोधी से हुई थी। शादी के बाद अपने पति के साथ इंदौर में रहती थी। ढाई महीने पहले वह अपने बेटे यशराज को लेकर अपने मायके चुरारी में आई थी, जहां अपनी मां और बहनों के साथ रह रही थी। इस घटना के बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार कर चंदेरी अस्पताल में मानसिक इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।