देश में कोरोना से मचा हाहाकार और बिहार में होगी 30 मई को बीएड की एंट्रेंस परीक्षा
प्रतीकात्मक तस्वीर
जनज्वार। देश कोरोना की मार से त्राहिमाम कर रहा है, मगर इससे बेखबर हमारी सरकारों ने चुनाव आयोजित कराये, कुंभ आयोजित कराया, अभी भी पूर्ण लाॅकडाउन नहीं किया है। बंगाल चुनावों और कुंभ का ही सबसे बड़ा भुगतान देश कर रहा है। अब तक 35 हजार से ज्यादा लोग कोरोना की सेंकेंड वेब में मौत के मुंह में समा चुके हैं, ये अलग बात है कि इनमें मरने वाले सभी लोग शामिल नहीं हैं। कोरोना के लक्षणों के बाजवूद टेस्ट न होने के चलते उन्हें सामान्य मौतें मान लिया गया।
बिहार भी कोरोना की मार से हलकान है, मगर इस बीच बीएड एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी भी जोरों से चल रही है। हालांकि इस बार सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी। बिहार भर में कोरोना महामारी के चरम के दौरान ही 30 मई को बीएड की एंट्रेंस परीक्षा आयोजित किये जाने की घोषणा हो चुकी है। ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा नोडल केंद्र बनाया गया है।
बीएड परीक्षाओं के लिए बिहार में 11 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और विभाग परीक्षाओं की तैयारियों में जुटा हुआ है। दरभंगा, मधेपुरा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पटना, गया, आरा, छपरा, पूर्णिया और हाजीपुर में परीक्षा केंद्र हैं।
गौरतलब है कि बिहार में बीएड में दाखिले के लिए 11 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत हुई थी। पूरे बिहार से 24,423 छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें से 21,538 छात्रों ने शुल्क जमा किया था। बाकी आवेदकों का शुल्क जमा नहीं हो पाने के कारण आवेदन पेंडिंग में डाल दिये गये थे।
हर सत्र की परीक्षा के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटीज को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। बीएड 2021-23 के लिए ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी को नोडल केंद्र बनाया गया है। राज्य के 332 बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए छात्रों ने आवेदन किया है। बिहार में पहली बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
पटनाकेंद्र में इस बार 6881 आवेदन आये हैं। गया में 2463, आरा में 1050, छपरा में 823 और पूर्णियों में 1021 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है। वहीं मधेपुरा में 838, मुंगेर में 662, हाजीपुर में 732, मुजफ्फरपुर में 2706, दरभंगा में 2617 और भागलपुर में 1785 अभ्यथियों ने आवेदन किया है।