Haryana Crime News : सेना में भर्ती करवाने का झांसा देकर युवक से ठगे साढ़े 3 लाख रुपए, जीडी पद का थमाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
Haryana Crime News : सेना में भर्ती करवाने का झांसा देकर युवक से ठगे साढ़े 3 लाख रुपए, जीडी पद का थमाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
Haryana Crime News : हरियाणा (Haryana) के चरखी दादरी में राजस्थान (Rajasthan) के झुंझनू जिले के निवासी एक युवक से सेना भर्ती के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी करने का मामला समाने आया है। इस मामले में ठग गिरोह बिहार का बताया जा रहा है। पीड़ित युवक इस गिरोह के संपर्क में अपने एक रिश्तेदार की बदौलत आया था। ठगी का पता चलने के बाद अब पीड़ित राजस्थान निवासी अमन ने सदर थाना पुलिस को इस संबंध में शिकायत सौंपी हैं क्योंकि रूपए का लेन-देन थाना क्षेत्र के गांव समसपुर में हुआ था। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
युवक चाकरी दादरी में करता है काम
पुलिस को दी गई शिकायत में राजस्थान के झुंझनू के गांव भालोट निवासी अमन ने बताया है कि वो हरियाणा के चरखी दादरी के मानकावास क्रशर जोन में मशीनों की देखभाल करता है। उनकी समसपुर गांव में रिश्तेदारी है। दो जुलाई 2021 को वो अपने रिश्तेदार नीरज के घर गया हुआ था। उस दौरान नीरज ने बताया कि उसकी पहचान दो-तीन ऐसे लोगों से है, जो रुपये लेकर सरकारी नौकरी लगवाते हैं। उनसे बात करके तुझे भी नौकरी लगवा सकता हूं।
बिहार सेना में भर्ती कराने का किया था दावा
पीड़ित अमन का कहना है कि उसके रिश्तेदार नीरज ने बताया था कि उसकी बिहार के पटना निवासी सुनील से बात हुई है। सुनील ने बताया है कि आर्मी केंट दानापुर (बिहार) में एमईएस की भर्ती चल रही है। वो 6 लाख रुपए में आर्मी में जनरल ड्यूटी सिपाही या क्लर्क भर्ती करवा सकता है। एमईएस में 8 लाख रुपए में स्टोरकीपर या क्लर्क भर्ती कराने की बात उसे बताई गई थी।
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर ठगे पैसे
पीड़ित युवक अमन का कहना है कि शुरुआत में उसने गिरोह को दो लाख रुपये दिए और इसके बाद डेढ़ लाख रुपये मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद और ढाई लाख रुपये ज्वाइनिंग के बाद मांगे गए। इसके बाद वो अपने रिश्तेदार नीरज के साथ बिहार गया अैर वहां दो लोगों ने उसका फार्म भरवाकर मेडिकल कराया। उसके बाद नीरज के फोन पर मेरिट लिस्ट भेजी जिसमें उसका नाम था। उसी दौरान उससे डेढ़ लाख रुपये लिए गए और इसके बाद उसे ज्वाइनिंग लेटर थमाया गया, जिसमें कमांडेट दानापुर की मुहर लगी थी। यह ज्वाइनिंग लेटर फर्जी था लेकिन इसके बारे में अमन को बाद में पता चला।