Youtuber Success Story : 50 साल की उम्र में महिला बनीं यूट्यूबर, छोटे से गांव की 'अम्मा की थाली' अमेरिका तक है मशहूर
Youtuber Success Story : 50 साल की उम्र में महिला बनीं युट्यूबर, छोटे से गांव की 'अम्मा की थाली' अमेरिका तक है मशहूर
Youtuber Success Story : उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में एक जिला है जौनपुर। जौनपुर में एक छोटा सा गांव है रखवा। सात समुंदर पार अमेरिका, फिजी, दुबई में इस गांव की अम्मा की थाली मशहूर है। साल 2016 में जब इस गांव में 4G इंटरनेट पहुंचा तो तीन बच्चों की मां शशि कला चौरसिया ने सोचा भी नहीं था कि वह घर की चौखट लांघ कर डिजिटल की दुनिया में शामिल होने वाली हैं। उनके बेटे चंदन ने यूट्यूब और इंटरनेट की ताकत को पहचाना और उसमें अपनी मां के हाथों का स्वाद जोड़ दिया, जिसका नतीजा यह रहा कि आज शशिकला चौरसिया अपना यूट्यूब चैनल चला रही हैं। उनके 1.6 मिलियन यानी 16 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। यूट्यूब चैनल की बदौलत शशि कला आज हर महीने औसतन 70 हजार रूपए तक कमा लेती हैं।
बेटों ने यूट्यूब चैनल बनाने का दिया सुझाव
शशि कला चौरसिया शुरू से ही ऐसा खाना बनाती थीं कि आज पड़ोस गली मोहल्ले और रिश्तेदार उंगलियां चाटते रह जाते थे। शशि कला की खूब तारीफ भी होती थीं। शशि कला इसी में खुश थीं लेकिन उनके बेटे चंदन (29 वर्ष) ने देखा कि उसके कुछ दोस्त गांव में पहुंचे 4G इंटरनेट की बदौलत यूट्यूब और सोशल मीडिया पर वीडियो वगैरह पोस्ट करके पैसे कमाने की बातें कर रहे हैं।
पहली वीडियो पर नहीं आए ज्यादा व्यूज
पहले तो शशि कला ने अपने बेटों की बात नहीं मानी लेकिन काफी कहने पर वह अपने व्यंजन को वीडियो के सामने बनाने के लिए राजी हो गईं। पहली बार शशि कला ने बूंदी की खीर का वीडियो बनाया लेकिन वह कैमरे के सामने नहीं आना चाहती थी, ऐसे में उन्होंने शर्त रखी कि उनका चेहरा नहीं दिखना चाहिए। हालांकि पहला वीडियो केवल 15 से 20 लोगों ने ही देखा लेकिन बेटों ने हार नहीं मानी और अपने मां के जायके को दुनिया के साथ शेयर करते रहे।
आम का अचार का वीडियो हुआ वायरल
कई सारे वीडियोज बनाने के बाद शशि कला का आम का अचार वाला वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद 'अम्मा की थाली' चैनल लोगों ने खूब देखा 'अम्मा की थाली' नाम रखने के लिए भी शशि कला के बेटों ने काफी सोचा। सर्च करने के बाद पता चला कि किचन नाम से बहुत सारे चैनल है लेकिन अम्मा, दादी मां के स्वाद को बताने वाला कोई चैनल नहीं है इसलिए इस चैनल का नाम अम्मा की थाली रखा।