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राजनीति

UP के फिरोजाबाद में मूर्ति तोड़ने के बाद प्रवेशद्वार पर लिखा अंबेडकर का नाम मिटवाया, चंद्रशेखर ने चेताया 'बाबा साहेब का अपमान नाकाबिले बर्दाश्त'

Janjwar Desk
16 March 2025 9:12 PM IST
UP के फिरोजाबाद में मूर्ति तोड़ने के बाद प्रवेशद्वार पर लिखा अंबेडकर का नाम मिटवाया, चंद्रशेखर ने चेताया बाबा साहेब का अपमान नाकाबिले बर्दाश्त
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file photo

Firozabad news : पिछले दिनों यूपी के फिरोजबाद स्थित थाना रजावली क्षेत्र के कातिकी गांव में अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का विवाद सामने आया था, और उसके बाद प्रवेशद्वार पर लिखा बाबा साहेब का नाम मिटवाने का वीडियो भी सामने आया है। इस घटना का नगीना से दलित सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कड़ा विरोध किया है।

खबरों के मुताबिक कातिकी के ग्राम प्रधान ने बगैर किसी अनुमति के सिंचाई विभाग की जमीन पर गांव का प्रवेशद्वार बनवाया और वहां लगी बाबा साहेब की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर गायब करा दिया। इसकी जानकारी होने पर बाबा साहेब के अनुयायियों ने धरना दिया और जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की तहरीर पर प्रधान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर दी गयी।

इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने प्रवेशद्वार पर लिखा बाबा साहेब का नाम मिटाने का वीडियो शेकर करते हुए लिखा है, 'उत्तर प्रदेश के जनपद फ़िरोज़ाबाद के थाना क्षेत्र रजावली के गाँव कातकी के प्रवेश द्वार पर लगी संविधान निर्माता परम पूज्य डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा को जातिवादी अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त करके नष्ट कर दिया गया। उसके बाद प्रशासन द्वारा प्रवेश द्वार पर लिखे डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के नाम को भी मिटवा दिया गया। यह घटना डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के आदर्शों, सिद्धांतों और देश के प्रति उनके योगदान का ही अपमान नहीं, बल्कि देश में कुचली जा रही समानता, स्वतंत्रता व सामाजिक न्याय का भी उदाहरण है।'

चंद्रशेखर आगे कहते हैं, 'गाँव के प्रवेशद्वार पर लगी डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की मूर्ति को तोड़ने वाले आरोपियों के खिलाफ प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई न करना और पुनः मूर्ति स्थापना के लिए धरने पर बैठे डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के अनुयायियों पर अन्य जगह मूर्ति स्थापना के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जो दर्शाता है कि यह घटना सुनियोजित व शासन-प्रशासन की साँठ-गाँठ द्वारा घटित हुई है। यह बेहद निंदनीय व शर्मनाक है।'

चंद्रशेखर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल करते हैं, 'मूर्ति तोड़ने वाले जातिवादी अराजक तत्वों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? मूर्ति तोड़े जाने के बाद गाँव के प्रवेश द्वार पर लिखा डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का नाम प्रशासन द्वारा क्यों मिटवा दिया गया? धरने पर बैठे लोगों को सुरक्षा देने के बजाय उन पर अन्य जगह मूर्ति स्थापना के लिए दबाव क्यों बनाया जा रहा है?'

चंद्रशेखर कहते हैं, 'मैं योगी सरकार से माँग करता हूँ कि 'डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा को पुनः उसी जगह स्थापित किया जाए। गाँव के प्रवेशद्वार से मिटाया गया डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का नाम पुनः लिखा जाए। इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को त्वरित गिरफ्तार कर उनके खिलाफ SC/ST Act के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।'

वहीं कड़ी चेतावनी देते हुए लिखते हैं, 'भीम आर्मी, आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) भारत रत्न परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के इस अपमान को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगी।'

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