Begin typing your search above and press return to search.
आंदोलन

खनन माफिया और मंत्रियों के बीच की सांठ-गांठ पर योगी सरकार चुप, दागदार अधिकारियों पर क्यों मेहरबान : अजय कुमार लल्लू

Janjwar Desk
3 Nov 2020 10:22 AM GMT
खनन माफिया और मंत्रियों के बीच की सांठ-गांठ पर योगी सरकार चुप, दागदार अधिकारियों पर क्यों मेहरबान : अजय कुमार लल्लू
x
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मणिलाल पाटीदार उत्तर प्रदेश के भ्रष्ट पुलिस तंत्र का एक और घिनौना चेहरा है, इससे पहले कानपुर की एक अधिकारी ने अपहरणकर्ता को फिरौती दिलवाने के नाम पर पीड़ित परिवार का घर तक बिकवा दिया था....

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा महोबा के निलम्बित पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार की एफआईआर रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक की याचिका ख़ारिज करने का स्वागत करते हुए कहा कि यह बात समझ से परे है कि प्रदेश की योगी सरकार इस भ्रष्ट अफसर को बचाने की कोशिशें क्यों कर रही है। उन्होंने योगी सरकार से मांग की कि अदालत से याचिका रद्द हो जाने के बाद इस पुलिस अधिकारी को तुरन्त गिरफ्तार क्यों नही किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आखिर किसके इशारे पर योगी सरकार इस पुलिस अधिकारी पर मेहरबानी दिखा रही है। अपराध और अपराधियों पर जीरो टोलरेंस का दावा करने वाली सरकार आखिर क्यों दागदार पुलिस पर मेहरबान है। प्रदेश की योगी सरकार बताये कि खनन के अवैध कारोबार में उनके मंत्रिमंडल के कौन कौन मंत्री लिप्त है जिनके संरक्षण के चलते आजतक दागी पुलिस अफसर को बचाया जा रहा है।

गौरतलब है कि मणि लाल पाटीदार ने महोबा के पुलिस अधीक्षक रहते कथित तौर से खनन के ठेकेदार इंद्रमणि तिवारी से 6 लाख रुपया बतौर रंगदारी माँगा था जिसकी उसने लिखित शिकायत भी की थी। लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी उलटे उक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा उसे परेशान किया जांने लगा, एक दिन ठेकादार की लाश उसकी कार में मिली उसे गोली मारी गयी थी, जिसके बाद उसकी हत्या के आरोप में 10 सितम्बर 2020 को कोतवाली महोबा में एफआईआर दर्ज हुई थी।

आरोप है कि योगी सरकार ने लीपापोती की कोशिश करते हुए मामले की जांच SIT को सौंप दी, जिसने इसे आत्महत्या का मामला बता दिया, इसके बाद भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस अधीक्षक मणि लाल पाटीदार को सस्पेंड तो कर दिया गया लेकिन गिरफ्तार नहीं किया गया भ्र्ष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस का दावा करने वाली योगी सरकार द्वारा इस पुलिस अफसर को इतनी ढील क्यों दी गयी यह एक बड़ा सवाल है?

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अब जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मणि लाल पाटीदार की याचिका खारिज कर दी है तो सरकार को उन्हें तुरंत गिरफ्तार करके हत्या और भ्रष्टाचार की दफाओं के तहत मुक़दमा दर्ज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खनन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा है, जिसमें ऊपर से लेकर नीचे तक विभागीय और पुलिस का अमला शामिल रहता है। इस काकस को तोडना और खनिज सम्पदा को बचान सरकार का कर्तव्य है, लेकिन योगी सरकार इसे लूट का अड्डा बनाये हुए है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मणिलाल पाटीदार उत्तर प्रदेश के भ्रष्ट पुलिस तंत्र का एक और घिनौना चेहरा है, इससे पहले कानपुर की एक अधिकारी ने अपहरणकर्ता को फिरौती दिलवाने के नाम पर पीड़ित परिवार का घर तक बिकवा दिया था। फिर अपहरणकर्ताओं से साज़िश करके पैसा भी दिलवा दिया था और बच्चे की जान भी नहीं बचा पाई थी।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उल्टा प्रदेश बन गया है, न उनसे कानून व्यवस्था सम्भाली जा रही है और न ही भ्रष्टाचार पर अंकुश लग रहा है। उलटे भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा है, जिसका सुबूत मणि लाल पाटीदार को दी जाने वाली ढील है।

Next Story

विविध