Agnipath Scheme : एयरफोर्स ने अग्निवीर की 4 साल की नौकरी के लिए निकाले 3000 पद, आवेदन आए 7.50 लाख
Agnipath Scheme : एयरफोर्स ने अग्निवीर की 4 साल की नौकरी के लिए निकाले 3000 पद, आवेदन आए 7.50 लाख
Agnipath Scheme : सेना में 4 साल के लिए भर्ती वाली अग्निपथ योजना का देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहा था लेकिन तीनों सेनाओं की चेतावनी के बाद विरोध प्रदर्शन थम गया, जिसके बाद वायुसेना द्वारा अग्निवीरों की भर्ती निकाली गई थी। बता दें कि वायुसेना में अग्निवीर की भर्ती की योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी और मंगलवार को खत्म हो गई।
3 हजार पद के लिए आए 7.50 लाख आवेदन
बात दें कि वायु सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए पंजीकरण प्रक्रिया समाप्त हो गई है। वायु सेना ने सेना में अग्निवीर की भर्ती के लिए केवल तीन हजार पद निकाले थे लेकिन इन पदों के लिए 7.50 लाख आवेदन आए हैं। इसके बाद वायुसेना ने मंगलवार को कहा था कि उसे लघु अवधि के लिए सैन्य भर्ती योजना अग्नीपथ के तहत 7:50 लाख आवेदन मिले हैं। केवल 3 हजार पदों के लिए 7 लाख से ज्यादा आवेदन आने पर युवाओं के बेरोगारी का स्तर भी उजागर होता है। इस पर विपक्षों ने भी हमला बोला है।
पी चिदंबरम ने बोला हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार रात को कहा कि वायुसेना को 'अग्निपथ' योजना के तहत साढ़े सात लाख आवेदन मिलना योजना की लोकप्रियता को नहीं दर्शाता है बल्कि यह बताता है कि बेरोजगारी की स्थिति विकराल है और इस वजह से युवा कोई भी नौकरी करने को तैयार हैं।
बता दें कि इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट किया कि 'तथ्य: अग्निवीर योजना के तहत वायुसेना में 3000 पदों के लिए 7,50,000 आवेदक। गलत निष्कर्ष: 'अग्निवीर योजना' युवाओं के बीच लोकप्रिय है। सही निष्कर्ष: बेरोजगारी की स्थिति इतनी विकराल है कि हताश युवा कोई भी नौकरी लेने को तैयार हैं।'
…यानी असल में, 7.50 लाख आवेदकों में से 750 (.1%) को ही नौकरी मिलेगी।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 8, 2022
बाक़ी बचे 7.49250 लाख (99.9%) आवेदक, बेरोज़गार ही रहेंगे।
बजाओ,ताली।
सूर्य प्रताप सिंह ने भी साधा निशाना
वहीं इस पर पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने भी निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 'एयरफोर्स में अग्निवीर के 3000 पदों के लिए 7.50 लाख आवेदन आए। 7.47 लाख फिर भी बेरोजगार रहेंगे। 3000 (0.4%) को बधाई। बाकी बचे 7.47 लाख (99.6%) बेरोजगार युवाओं को खेद..घर बैठो,भजन करो।
दरसल में 3000 में से बधाई के पात्र केवल 750 (25%) ही है….
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 8, 2022
बाक़ी बचे 2250 (75%) तो 4 साल बाद घर वापिस आकर भजन ही करेंगे….
…या 2 रूपल्ली ट्रोल आर्मी जॉन कर गाली गलौंच करेंगे।
वहीं उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि 'दरअसल में 3000 में से बधाई के पात्र केवल 750 (25%) ही है। बाकी बचे 2250 (75%) तो 4 साल बाद घर वापिस आकर भजन ही करेंगे या 2 रूपल्ली ट्रोल आर्मी ज्वाइन कर गाली गलौंच करेंगे।
दरसल में 3000 में से बधाई के पात्र केवल 750 (25%) ही है….
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 8, 2022
बाक़ी बचे 2250 (75%) तो 4 साल बाद घर वापिस आकर भजन ही करेंगे….
…या 2 रूपल्ली ट्रोल आर्मी जॉन कर गाली गलौंच करेंगे।
अपने सिलसिलेवार ट्वीट में पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि 'यानी असल में, 7.50 लाख आवेदकों में से 750 (.1%) को ही नौकरी मिलेगी। बाकी बचे 7.49250 लाख (99.9%) आवेदक, बेरोजगार ही रहेंगे। बजाओ,ताली।'
…यानी असल में, 7.50 लाख आवेदकों में से 750 (.1%) को ही नौकरी मिलेगी।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 8, 2022
बाक़ी बचे 7.49250 लाख (99.9%) आवेदक, बेरोज़गार ही रहेंगे।
बजाओ,ताली।
बता दें कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी 'अग्निपथ' योजना की 14 जून को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें 'अग्निवीर' नाम दिया जाएगा।