बीच चुनाव बिहार कांग्रेस के कार्यालय पर आयकर विभाग का छापा, गोहिल व सुरजेवाला से पूछताछ
कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में जांच करते अधिकारी।
जनज्वार। पटना में गुरुवार को बिहार कांग्रेस के कार्यालय पर आयकर विभाग ने छापा मारा। छापेमारी के दौरानआयकर विभाग ने बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में रणदीप सुरजेवाला और प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से पूछताछ की।
आयकर विभाग ने काफी समय तक पार्टी कार्यालय में जांच की। इसके साथ बाद आयकर विभाग ने कार्यालय में एक नोटिस भी चिपका दिया। छापे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में सन्नाटा पसर गया।। मालूम हो कि पहले चरण के वोटिंग में अबमात्र पांच दिन बचे हैं, ऐसे में आयकर विभाग की इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार उसकी छवि को खराब करने के लिए ऐसा कर रही है, लेकिन उसकी हार तय है।
बिहार: पटना के कांग्रेस कार्यालय परिसर के बाहर खड़े वाहन से पैसे बरामद होने के बाद आयकर विभाग की एक टीम नोटिस देने कार्यालय पहुंची।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 22, 2020
कार्यालय परिसर के बाहर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, उसके पास से 8.5 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। pic.twitter.com/UvTcZHhiQ4
न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार, छापे में आयकर विभाग ने 8.5 लाख रुपये भी एक गाड़ी से जब्त किया है। वहीं, अन्य मीडिया रिपोर्ट में पांच लाख रुपये जब्त किए जाने की बात कही गई है। हालांकि आयकर विभाग ने इस मामले में अभी कोई बयान नहीं दिया है। आयकर विभाग के तीन अधिकारियों के नेतृत्व में यह छापेमारी अभियान चला है। हालांकि मीडिया के सवालों के जवाब में आयकर विभाग के अफसरों ने कहा है कि अभी जांच चल रही है और पूरी होने के बाद ही इस संबंध में बताया जाएगा।
आयकर विभाग की कार्रवाई पर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारे कैंपस में आयकर विभाग को कुछ नहीं मिला है, कैंपस से बाहर की गाड़ी में उन्हें पैसे मिले हैं और वे हमें नोटिस देने आए हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के लिए आयकर विभाग के पास चुनाव आयोग की अनुमति है या नहीं, इसका जवाब नहीं है। गोहिल ने हमने उनके नोटिस पर कहा है कि पूरा काॅपरेट करेंगे और जो जानकारी चाहिए वह देंगे, क्योंकि सारा काला धन भाजपा के पास है।
वहीं, बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने इस कार्रवाई को भाजपा-जदयू की बौखलाहट बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी पक्षपात पूर्ण कार्रवाई से लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है और हार की बौखलाहट में उन्होंने ऐसा करवाया है। उन्होंने छापेमारी को कांग्रेस की बदनाम करने की साजिश बताया।