फैलते बर्ड फ्लू से गाजीपुर मंडी में व्यापारी चिंतित, बीमारी फैली तो मुर्गा व्यापार पर पड़ेगा भारी असर
नई दिल्ली। देश में कोरोना पर काबू पाने के लिए जद्दोजहद जारी है, वहीं अब एक और खतरनाक बीमारी का आगाज हो गया है। बर्ड फ्लू की शुरूआत पक्षियों से होती है। बर्ड फ्लू चिकन से तेजी से फैलता है। दिल्ली के गाजीपुर स्थित एक बहुत बड़ी मुर्गा मंडी है, जहां के दुकानदार अब चिंतित नजर आ रहे हैं।
गाजीपुर स्थित मुर्गा मंडी में हर दिन लाखों रुपये का व्यापार होता है। मुर्गा मंडी में करीब 88 दुकाने हैं, जहां मुर्गो का व्यापार होता है और रोजाना करीब 100 ट्रक माल आता है। हालांकि बर्ड फ्लू के फैलने से दुकानदार बेहद परेशान हैं।
व्यापारियों के मुताबिक, इस बीमारी को काबू नहीं किया गया तो मुर्गे के व्यापार पर काफी फर्क पड़ेगा और दाम गिर जाएंगे। फिलहाल ये बीमारी मध्यप्रदेश, राजस्थान के बाद अब हिमाचल और केरल राज्य तक फैल चुकी है।
गाजीपुर मंडी में एक दुकान चलाने वाले मोहम्मद अनस कहते हैं, 'बर्ड फ्लू बीमारी की वजह से मुर्गे के दाम पर काफी फर्क पड़ेगा। वहीं लोग मुर्गा खाने में कतराएंगे।'
उन्होंने आगे बताया, 'इस बीमारी से मार्केट में भी फर्क पड़ेगा। ये हमारे लिए चिंता की बात है। साथ ही जो मुर्गे का पालन पोषण करते हैं, उनको भी नुकसान होगा। इस तरह से उनका खर्चा तक नहीं निकल सकेगा। बाजारों में भी मुर्गों के दाम बिल्कुल गिर जाएंगे।'
दरअसल मौजूदा स्थिति की बात करें तो होल सेल में जिंदा मुर्गे की कीमत 90 रुपए प्रति किलो है। यदि बीमारी का असर दिखा तो ये दाम 20-30 रुपये पर आ जाएंगे। यदि कोई ग्राहक सिर्फ मुर्गे का मांस खरीदता है तो उसे 160 रुपये प्रति किलो चुकाना होता है। वहीं ये बीमारी नहीं रुकी तो ये दाम 100 रुपए प्रति किलो तक गिर जाएंगे।
गाजीपुर होलसेल पोल्टरी एसोसिएशन के अध्यक्ष सलाउद्दीन ने बताया, 'हमारी मंडी में अब तक किसी तरह का कोई बर्ड फ्लू का मामला नहीं आया है। साथ ही हमारे यहां जहां से माल आता है, वहां भी अभी तक इस तरह की कोई सूचना नहीं है।'
'हालिया व्यापार की बात करें तो 90 रुपये से लेकर 95 रुपए प्रति किलो तक मंडी में मुर्गे के दाम हैं। यदि बीमारी फैली तो व्यापार ठप हो जाएगा। हमारे यहां डॉक्टर हर दिन मुर्गों की जांच करते हैं और जांच होने के बाद ही इन मुर्गों को बाजार में उतारा जाता है।'