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Free Ration Scheme: मोदी सरकार के 8 साल के राज में 4 कराेड़ से ज्यादा लोगों के नाम काटे गये राशन कार्ड से, आधार से जुड़ने पर हटाये गये ये नाम

Janjwar Desk
24 March 2022 9:00 AM GMT
Free Ration Scheme: मोदी सरकार के 8 साल के राज में 4 कराेड़ से ज्यादा लोगों के नाम काटे गये राशन कार्ड से, आधार से जुड़ने पर हटाये गये ये नाम
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मोदी सरकार के 8 साल के राज में 4 कराेड़ से ज्यादा लोगों के नाम काटे गये राशन कार्ड से, आधार से जुड़ने पर हटाये गये ये नाम

प्रधानमंत्री मोदी के 8 साल के राज में देशभर में 4 कराेड़ से ज्यादा लोगों के नाम राशन कार्ड से हटाये गये हैं, जिसमें से सबसे ज्यादा एक करोड़ 70 लाख लोगों के नाम उत्तर प्रदेश से काटे गए हैं यानी योगी के शासन में....

प्रीति भारद्वाज की रिपोर्ट

Free Ration Scheme: मोदी सरकार आने के बाद पिछले आठ वर्षों में देशभर में चार करोड़ से ज्यादा लोगों के नाम राशन कार्ड से काटे गए हैं। सबसे ज्यादा करीब पौने दो करोड़ लोगों के नाम सिर्फ उत्तर प्रदेश से काटे गए हैं। हालांकि राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों का कहना है कि आधार कार्ड से नाम जुड़ने की वजह से ही ज्यादातर नाम कटे हैं, क्योंकि कई लोगों के दो-दो जगहों पर कार्ड बने थे।

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय का कहना है कि राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से जो आंकड़े मिले हैं, उसके अनुसार वर्ष-2014 से वर्ष-2021 तक देश भर से चार करोड़ 28 लाख से ज्यादा लोगों के नाम राशन कार्ड से हटाये गए हैं। केन्द्र सरकार का यह भी दावा किया गया है कि ऐसे किसी भी लोगों को राशन कार्ड देने से यह कहते हुए इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि उनकी ओर से आधार कार्ड नहीं दिया गया है या तकनीकी कारणों की वजह से अंगूठे का निशान मशीन पर नहीं लग पा रहा है। दरअसल अब बॉयोमेट्रिक का इस्तेमाल करके राशन कार्ड उपभोक्तओं को राशन दिया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक करोड़ 70 लाख नाम, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में 41 लाख से ज्यादा, मध्य प्रदेश में 23 लाख, राजस्थान में 22 लाख 66 हजार, कर्नाटक में 21 लाख 54 हजार, तेलंगाना में 18 लाख 73 हजार, छत्तीसगढ़ में 13 लाख 57, आन्ध्र प्रदेश में 12 लाख 21 हजार, झारखंड में 10 लाख 21 हजार, बिहार में सात लाख 54 हजार, ओड़िशा में छह लाख 86 हजार से ज्यादा लोगों के नाम पिछले आठ वर्षों में काटे गए हैं।

देशभर में करीब 80 करोड़ लोगों के नाम राशन कार्ड में है जिन्हें जन वितरण प्रणाली के तहत मुफ्त अनाज केन्द्र और राज्य सरकारों की मदद से दी जाती है। सबसे ज्यादा 14 करोड़ लोग उत्तर प्रदेश, बिहार में आठ करोड़ 71 लाख, छह करोड़ से ज्यादा पश्चिम बंगाल में, महाराष्ट्र में सात करोड़, चार करोड़ 82 लाख मध्य प्रदेश, चार करोड़ 40 लाख राजस्थान, तीन करोड़ 64 लाख तमिलनाडु, तीन करोड़ 24 लाख ओड़िशा, झारखंड में दो करोड़ 63 लाख से ज्यादा लोगों के नाम राशन कार्ड में शामिल हैं।

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